बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियां बनाने में लग गई हैं। RJD नेता तेजस्वी यादव और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व सीएम जीतन मांझी के बीच आपसी तनातनी चल ही रही थी कि कांग्रेस नेभी RJD की नीतियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके बाद महागठबंधन में अब नई हलचल शुरू हो गई है।
दरअसल, कांग्रेस ने RJD नेता तेजस्वी यादव की डोमिसाइल नीति पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही इसे खारिज कर अब इससे किनारा भी कर लिया है। कांग्रेस ने प्रदेश में अराजकता फैलाने का भी आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने तेजस्वी की डोमिसाइल नीति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, “ऐसे दो मिसाइल नीतियों से बिहार में अराजकता पैदा हो जाएगी। बिहार के लाखों लोग जो बिहार से बाहर जाकर नौकरी कर रहे हैं, उन्हें भगाया जाने लगेगा।”
प्रेमचंद्र मिश्रा ने तेजस्वी को सलाह देते हुए कहा कि ऐसी नीतियों से बचना चाहिए। कांग्रेस ऐसी किसी भी डोमिसाइल नीति का समर्थन नहीं करती है। वहीं इस पर RJD ने पलटवार करते हुए कहा कि डोमिसाइल नीति को हर हाल में लागू किया जाएगा। RJD नेता भाई वीरेंद्र ने कहा, “तेजस्वी ने न सिर्फ बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बात कही बल्कि सदन में भी ये बात रख चुके हैं कि बिहार में डोमिसाइल नीति लागू होगी ताकि बिहारी लोगों को ज्यादा-से-ज्यादा नौकरी मिल सके।”
कांग्रेस के विरोध के सवाल पर भाई वीरेंद्र ने कहा आने वाले दिनों में उन्हें भी मनाने की कोशिश की जाएगी। इसके पहले 17 मार्च को मांझी ने नीतीश कुमार से मुलाकात की। इसके कुछ दिन पहले महागठबंधन के अंदर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सहमति नहीं बन रही। RJD लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर चुकी है।
पिछले दिनों से तेजस्वी यादव लगातार बिहार के जिले-जिले घूम-घूम कर बेरोजगारी का मुद्दा उठा रहे हैं। तेजस्वी ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर बिहारियों को बिहार में ज्यादा नौकरी देने के सवाल पर घोषणा किया कि बिहार में नई डोमिसाइल नीति लाई जाएगी जिससे बिहारियों को ज्यादा नौकरी मिल सके।