चीन में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। चीन में ओमिक्रोन के सब-वैरिएंट BF-7 से संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। भारत में भी BF-7 वैरिएंट के चार मामले भी सामने आए हैं। इनमें से दो मरीज गुजरात और दो ओडिशा के हैं। चीन के अलावा जर्मनी, बेल्जियम, फ्रांस, डेनमार्क, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में भी इस सब-वैरिएंट के मरीज मिले हैं।
ओमिक्रॉन का BF-7 वेरियंट, BA-5 के समान है। पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वायरस का यह वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है। साथ ही इसके संक्रमण के बाद लक्षण दिखने में लगने वाला समय भी अन्य वैरिएंट की तुलना में बहुत कम है। साथ ही इस वायरस में किसी को दोबारा संक्रमित करने यानी दोबारा संक्रमित करने की क्षमता ज्यादा होती है। यह भी देखने में आ रहा है कि टीका लगवाने वाले भी इस वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।
टीका लगवाने वाले भी क्यों संक्रमित हो रहे हैं?
जर्नल सेल होस्ट एंड माइक्रोब में प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा बीएफ-7 वायरस में वुहान वायरस से ज्यादा प्रतिरोधक क्षमता वाला है। BF-7 वायरस का प्रतिरोध 4.4 गुना अधिक है। यानी वैक्सीनेशन पूरा कर चुके व्यक्तियों के शरीर में कोरोना वायरस का प्रतिरोध करने वाली एंटीबॉडी इस वायरस का प्रतिरोध करने में बहुत प्रभावी नहीं होती हैं।
बीएफ-7 के लक्षण क्या हैं?
इस नए वैरिएंट से होने वाला संक्रमण ऊपरी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। बुखार, गले में खराश, नाक बहना, खांसी संक्रमण के प्राथमिक लक्षण हैं।
क्रिसमस और नए साल के मद्देनजर नए संक्रमितों की संख्या बढ़ने का डर है, सबके लिए जरूरी है कि कोरोना से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए। इनमें मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग अपनाना, हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना शामिल है। इन आसान सी चीजों का ध्यान रखकर कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है ।
भारत में सर्दी, खांसी और मौसमी बीमारियां आम हैं। लेकिन इन लक्षणों को नजरअंदाज करना महंगा पड़ सकता है। यदि आप या आपके आस-पास के लोग उपरोक्त में से कोई भी लक्षण दिखा रहे हैं, तो तुरंत कोरोना वायरस की जांच करवाएं और खुद को आइसोलेट कर लें।
यह देखा गया है कि पिछले संक्रमणों के कारण प्रतिरक्षा पर प्रभाव के कारण पुन: संक्रमण की दर में वृद्धि हुई है। चीन में संक्रमण के दौरान देखा गया है कि प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।
भारत में क्या स्थिति है?
भारत में अब तक चार बीएफ-7 पॉजिटिव कोरोना मरीज मिल चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि सभी को कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए मरीजों की संख्या कम होते हुए भी कोरोना वायरस से बचाव के उपायों पर जोर देना चाहिए। मंडाविया ने कहा कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग करने के साथ ही बूस्टर डोज के साथ पूर्ण टीकाकरण के प्रयास किए जाएं।
अपर स्वास्थ्य सचिव मनोज अग्रवाल ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि केंद्र ने सभी राज्यों को विदेश से आने वाले नागरिकों के कोरोना टेस्ट और स्कैनिंग पर ज्यादा ध्यान देने का निर्देश दिया है। साथ ही केंद्र ने राज्यों से इन यात्रियों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग करने को कहा है।
इस समय चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमेरिका में कोरोना वायरस की नई लहर तेजी पर है।