स्कूली शिक्षा के में किये गए सुधार और प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (PGI) रिपोर्ट जारी की गई है। यह रिपोर्ट गौरतलब है कि भारतीय शिक्षा प्रणाली विश्व में सबसे बड़ी है जिसमें करीब 14.9 लाख स्कूलों, 95 लाख शिक्षकों और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक समूहों के करीब 26.5 करोड़ छात्र- छात्राएं शामिल हैं।
जिसके लिए सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में स्कूली शिक्षा की सफलता पर प्रदर्शन और उपलब्धियों पर अंतर्दृष्टि और डेटा संचालित तंत्र प्रदान करने के लिए राज्यों के लिए केंद्रीय शिक्षा प्रणाली द्वारा PGI तैयार किया गया है। जिसका उद्देश्य साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण को बढ़ावा देना और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए पाठ्यक्रम सुधार को उजागर करना है।
जारी रिपोर्ट के अनुसार आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान और गुजरात ने शिक्षा को बेहतर प्रदर्शन के दूसरे लेवल पर हैं। जिससे यह पता चलता है की शिक्षा के स्तर में साल 2019-20 से काफी सुधार आया है। क्यूंकि इस वर्ष जारी की गई परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स रिपोर्ट में गुजरात,राजस्थान और आंध्र प्रदेश निम्न पर थे जिन्होंने साल 2020-2021 की रिपोर्ट में अपना नाम में उच्च श्रेणी में दर्ज कराया हैं । वहीं दूसरी और किसी भी राज्य का प्रदर्शन स्तर इतना अच्छा नहीं रहा कि वह प्रथम श्रेणी में नाम दर्ज करा पाए।
केंद्र शासित प्रदेशों में लद्दाख का स्तर सबसे अच्छा
जिस प्रकार राज्यों में गुजरात, राजस्थान और आंध्र प्रदेश लेवल-2 (L2) की सूची में नए शामिल हुए हैं। उसी प्रकार करीब तीन साल पहले बनाया गया केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख 2020-21 में लेवल-8 से बढ़कर लेवल-4 पर आ गया है। लद्दाख ने अपने परफोर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में काफी सुधार किया है और अपनी स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाया है। रिपोर्ट के अनुसार साल 2019-20 की तुलना में 2020-21 में लद्दाख ने अपने स्कोर में 299 अंकों का सुधार किया है, जिसके परिणामस्वरूप एक वर्ष में अब तक का सबसे अधिक सुधार हुआ है।