भारतीय क्रिकेट टीम मौजूदा समय में श्रीलंका के साथ तीन टी-20 और दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है। टीम में इन दिनों ईशान किशन, ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन और रवि बिश्नोई जैसे युवा खिलाड़ी दिखाई दे रहे हैं। इन खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत के बल पर भारतीय टीम में अपना स्थान पक्का किया है। इनके अलावा कई अन्य युवा टीम में जगह पाने के लिए तैयारी कर रहे हैं। टीम मैनेजमेंट को पता है कि अगली पीढ़ी की प्रतिभा को पहचानना, निगरानी करना और प्रोत्साहित करना कितना महत्वपूर्ण है। अंडर-19 टीम को विजेता बनाने वाले कप्तान यश ढुल से लेकर घरेलू टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करने वाले शाहरुख खान तक टीम में आने के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। यश ढुल की बात करें तो वह पिछले कुछ समय से बेहतरीन बल्लेबाजी प्रदर्शन कर सलेक्टरों का धयान अपनी तरफ खींचने में कामयाब हुए हैं।
यश ढुलः भारतीय अंडर-19 टीम को चैंपियन बनाने के बाद 19 वर्षीय यश ढुल ने रणजी ट्रॉफी के अपने पहले मैच की दोनों पारियों में शतक लगाकर तहलका मचा दिया। दिल्ली का यह खिलाड़ी नारी कॉन्ट्रैक्टर (1952-53) और विराग अवाटे (2012-13) के बाद रणजी ट्रॉफी के डेब्यू मैच की दोनों पारियों में शतक लगाने वाला तीसरा बल्लेबाज बन गए हैं। दरअसल, गुवाहाटी में दिल्ली की ओर से खेलते हुए उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ 113 रनों की नाबाद पारी खेली। टीम की जरूरतों के आधार पर एक क्रिकेटर कितनी अच्छी तरह से ढल सकता है उसका बेहतरीन नमूना यश ढुल ने पेश किया। विराट कोहली को कोचिंग देने वाले राज कुमार शर्मा का मानना है कि यश ढुल को भविष्य में भारतीय टीम में शामिल किया जा सकता है।
शाहरुख खानः तमिलनाडु के शाहरुख खान को भारतीय क्रिकेट टीम के साथ जुड़ने का मौका तो मिला है, लेकिन अब तक उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। शिखर धवन, ऋतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर और नवदीप सैनी के कोरोना संक्रमित होने के बाद शाहरुख को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे मैच के लिए टीम के साथ जोड़ा गया था। शाहरुख का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू तो नहीं हुआ, लेकिन तमिलनाडु के इस खिलाड़ी को आईपीएल नीलामी में पंजाब किंग्स ने नौ करोड़ रुपए में खरीद लिया। टीम ने पिछले साल 5 .25 करोड़ रुपये में शाहरुख को खरीदा था। तब तमिलनाडु के इस बल्लेबाज ने 11 मैचों में 47 के उच्चतम स्कोर के साथ 134.21 के स्ट्राइक रेट से 153 रन बनाए थे। शाहरुख ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी के मैच एक में दिल्ली के खिलाफ 148 गेंद पर 194 रन बनाए थे। उन्होंने 89 गेंदों पर ही शतक ठोक दिया था। अपनी पारी में उन्होंने 20 चौके और 10 छक्के लगाए। पावर-हिटिंग के लिए मशहूर शाहरुख को जल्द ही अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने का मौका मिल सकता है।
केएस भरतः महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज की जगह भरना आसान नहीं है। कुछ संघर्षों और शुरुआती झटके के बाद ऋषभ पंत ने सभी प्रारूपों में अपनी जगह बना ली है। सवाल ये उठता है कि पंत के चोटिल होने पर टेस्ट में विकेटकीपिंग कौन करेगा? इसके लिए चयनकर्ताओं ने आंध्र प्रदेश के 28 वर्षीय खिलाड़ी कोना श्रीकर भरत को तैयार करना शुरू कर दिया है। वे जल्द ही डेब्यू करते हुए दिखाई दे सकते हैं।
आईपीएल नीलामी में भरत को दिल्ली कैपिटल्स ने खरीदा है। उसके कप्तान ऋषभ पंत हैं। ऐसे में दोनों साथ ड्रेसिंग रूम में दिखाई देंगे। न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट में भरत को साहा के चोटिल होने पर कुछ देर के लिए विकेट कीपिंग करने का मौका मिला। उन्होंने इस मौके को जाया नहीं होने दिया। उन्होंने तीन कैच लेकर सबको प्रभावित किया था।
आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए आठ मैच खेलने वाले भरत ने प्रथम श्रेणी के 79 मैचों में 36 .65 की औसत से 4 हजार 289 रन बनाए हैं। उनका उच्चतम स्कोर 308 रन है। उन्होंने नौ शतक और 23 अर्धशतक जड़े हैं। लिस्ट-ए के 56 मैचों में भरत ने 33 .09 की औसत से 1 हजार 721 रन बनाए हैं। इस दौरान नाबाद 161 रन उनका उच्चतम स्कोर रहा और पांच शतक और पांच अर्धशतक उनके बल्ले से निकले हैं।
साकिबुल गनीः बिहार के 22 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज और मध्यम तेज गेंदबाज साकिबुल गनी इन दिनों चर्चा में हैं। उन्होंने रणजी ट्रॉफी के प्लेट ग्रुप में मिजोरम के खिलाफ 341 रन बनाए थे। प्रथम श्रेणी में डेब्यू करते हुए तिहरा शतक लगाने वाले वे दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं। बड़े भाई फैजल से क्रिकेट सीखने वाले साकिबुल की तारीफ सचिन तेंदुलकर भी कर चुके हैं। लिस्ट ए के 14 मैचों में साकिबुल ने 31 .41 की औसत से 377 रन बनाए हैं। जिसमें उनके नाम एक शतक और एक अर्धशतक है।
राज अंगद बावाः 19 वर्षीय राज बावा ऑलराउंडर हैं। वे बाएं हाथ से बल्लेबाजी और दाएं हाथ से मध्यम तेज गेंदबाजी करते हैं। उनके दादा तरलोचन सिंह बावा वर्ष 1948 के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के सदस्य थे। उनके पिता सुखविंदर सिंह बावा ने क्रिकेटर युवराज सिंह को शुरू के दिनों में प्रशिक्षित किया था। राज बावा अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य हैं। उन्होंने फाइनल में 31 रन देकर पांच विकेट लिए थे। उनके इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया था। कुल मिलाकर टूर्नामेंट में राज ने नौ विकेट लिए और नाबाद 162 के उच्चतम स्कोर के साथ 252 रन बनाए। युवराज सिंह को अपना आदर्श मानने वाले राज बावा पर क्रिकेट विशेषज्ञों से लेकर प्रशंसकों की भी नजर है।