पूरी दुनिया अभी भी कोरोना वायरस से लड़ रही है और मंकी पॉक्स भी तेजी से फैल रहा है, स्वास्थ्य के प्रति लोगों में बढ़ती जागरूकता के बावजूद नई-नई बीमारियां देश की चिंता बढ़ा रही हैं, अब टोमैटो फ्लू ने तनाव बढ़ा दिया है।
द सन की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में टमाटर फ्लू के 80 से अधिक संदिग्ध मामले सामने आए हैं जिनमें बच्चों में दर्दनाक छाले विकसित हो जाते हैं। इस रोग के कारण पूरे शरीर में लाल और दर्दनाक छाले हो जाते हैं जो धीरे-धीरे टमाटर के आकार में बदल जाते हैं इसलिए इसे टोमैटो फ्लू कहा जाता है।
इस रोग में थकान, उल्टी, दस्त, बुखार, जोड़ों में दर्द जैसे अन्य लक्षण भी देखे जाते हैं। डॉक्टरों ने लाल पत्ते की तुलना मंकीपॉक्स, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से की है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि मई और जुलाई के बीच भारत में 82 से अधिक मामले सामने आए, जिनमें से अधिकांश में पांच या उससे कम उम्र के बच्चे शामिल थे। इस फ्लू का पहला मामला केरल के कोल्लम में मिला था।
इलाज क्या है
हालांकि यह राहत के साथ कहा जा सकता है कि अभी तक इस बीमारी का कोई गंभीर परिणाम नहीं देखा गया है, बच्चे साधारण उपचार से ठीक हो जाते हैं और डॉक्टर द्वारा आराम और तरल पदार्थ का सेवन करने की सलाह दी जाती है।