नई दिल्ली। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह कृषि विधेयकों को पारित करने के दौरान उच्च सदन में विपक्षी सांसदों के व्यवहार से आहत हैं। लिहाजा इसको लेकर वे एक दिन के उपवास पर बैठेंगे। इस बारे में उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा है कि 20 सितंबर को राज्यसभा में जो कुछ भी हुआ, उससे मैं पिछले दो दिनों से आत्मपीड़ा, आत्म तनाव और मानसिक वेदना में हूं। मैं पूरी रात सो नहीं पाया।
एक समय विश्व में आध्यात्मिक क्रांति करने वाले महान संत बुद्ध को स्मरण करते हुए उपसभापति ने पत्र में लिखा है, ‘भगवान बुद्ध मेरे जीवन के प्रेरणास्रोत रहे हैं। बिहार की धरती पर ही आत्मज्ञान पानी वाले बुद्ध ने कहा था- आत्मदीपो भव:. मुझे लगा कि उच्च सदन के मर्यादित पीठ पर मेरे साथ जो अपमानजनक व्यवहार हुआ, उसके लिए मुझे एक दिन का उपवास करना चाहिए। शायद मेरे इस उपवास से सदन में इस तरह का आचरण करने वाले माननीय सदस्यों के अंदर आत्मशुद्धि का भाव जागृत हो जाए।’
Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh to observe one-day fast against the unruly behaviour with him in the House by Opposition MPs during the passing of agriculture Bills on 20th September pic.twitter.com/cphCDVHrqM
— ANI (@ANI) September 22, 2020
बुद्ध के साथ ही राष्ट्र कवि दिनकर को याद करते हुए उन्होंने लिखा है कि राष्ट्रकवि दिनकर दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। कल 23 सितंबर को उनकी जन्म तिथि है। आज यानी 22 सितंबर की सुबह से कल 23 सितंबर की सुबह तक मैं इस अवसर पर 24 घंटे का उपवास कर रहा हूं। उन्होंने कहा है कि कामकाज प्रभावित ना हो, इसलिए मैं उपवास के दौरान भी राज्यसभा के कामकाज में नियमित और सामान्य रूप से भाग लूंगा।
यह हरिवंश जी की उदारता और महानता को दर्शाता है। लोकतंत्र के लिए इससे खूबसूरत संदेश और क्या हो सकता है। मैं उन्हें इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020
उन्होंने कहा है, ‘मेरे सामने 20 सितंबर को उच्च सदन में जो दृश्य हुआ, सदन व आसन की मर्यादा को अकल्पनीय क्षति पहुंची है। सदन के माननीय सदस्यों द्वारा लोकतंत्र के नाम पर हिंसक व्यवहार हुआ।’