कोरोना वायरस के खतरे को बढ़ते देख भारतीय रेलवे ने एक बड़ा फैसला लिया है। भारतीय रेलवे ने 31 मार्च तक सभी पैसेंजर ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया है। इस दौरान केवल मालगाड़ी ही चलेंगी। देश के पीएम की ओर से देश में जनता कर्फ्यू का ऐलान किया गया था। जिसमें रेलवे भी अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ योगदान दे रहा है।
Indian Railways cancels all passenger trains till March 31, due to #Coronavirus. pic.twitter.com/sKY70sU8v1
— ANI (@ANI) March 22, 2020
अभूतपूर्व पहल के मद्देनजर रेल मंत्रालय ने शनिवार रात 12 बजे से रविवार रात 10 बजे के बीच देश में रेल यातायात को पूरी तरह बंद रखने का निर्णय लिया। आज सुबह चार बजे से पहले जिन लोगों ने अपनी ट्रेन ले ली है, सिर्फ वही अपने गंतव्य तक जाएंगी।
पीआईबी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, भारतीय रेलवे ने सभी प्रीमियम ट्रेन, सभी मेल/एक्सप्रेस, सभी पैसेंजर ट्रेन, सभी उपनगरीय ट्रेन, कोलकाता मेट्रो रेल तथा कोंकण रेलवे समेत सभी यात्री ट्रेन सेवाओं को 31 मार्च तक कैंसल करने का निर्णय लिया है। हालांकि, कोलकाता मेट्रो रेल और उप-नगरीय ट्रेनों की सीमित सेवाएं आज यानी 22 मार्च तक चलेंगी।
#WATCH Train services suspended, roads free from traffic as citizens of Mumbai observe #JantaCurfew announced by Prime Minister Narendra Modi pic.twitter.com/fkYYb381W6
— ANI (@ANI) March 22, 2020
भारत में अभी तक 341 मामलों की पुष्टि हो गई है। वहीं छह लोगों की इससे मौत हो गई है। जनता कर्फ्यू के कारण ट्रेनें निरस्त करने के बाद यात्रियों के लिए एक राहत की खबर भी है। इस दौरान यात्रियों को उनको पूरा रिफंड भी मिल सकेगा। साथ ही ट्रेन छूटने की तिथि से 45 दिन तक टिकट रद्द हो सकेगा। वहीं, IRCTC वेबसाइट पर बने ई-टिकट के रिफंड के नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
जनसंपर्क के मुख्य अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि 21 से लेकर 15 अप्रैल तक निरस्त रहने वाली ट्रेनों की यात्रा अवधि से 45 दिन तक टिकट कैंसल हो सकेंगे। इस दौरान यदि कोई ट्रेन निरस्त नहीं है और यात्री यात्रा नहीं करना चाहते हैं, तो 30 दिन के अंदर टिकट डिपोजिट रिसिप्ट (TDR) स्टेशन पर जमा कर सकते हैं। किराया वापस हो जाएगा।