लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को ट्रेनों से उनके पैतृक गांव पहुंचाया जा रहा था। इस दौरान कई यात्रियों की मौत हो गई। विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया था कि भोजन और पानी की कमी के चलते उनकी मौत हुई है। लेकिन रेल मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि भोजन और पानी की कमी से यात्रा के दौरान एक भी यात्री की मौत नहीं हुई। उन्होंने सोमवार को विपक्ष के सभी आरोपों के जवाब दिए।
पूरे देश में किसी भी ट्रेन को 7 या 9 दिन नही लगे, ना ही किसी यात्री की भूख प्यास से मृत्यु हुई है। यात्रियों को 1.19 करोड़ से अधिक भोजन, व 1.5 करोड़ से अधिक पानी की बोतल रेलवे द्वारा दी गयी।
ट्रैक कंजेशन के कारण कुछ ट्रेनों को डाइवर्ट किया गया, जो कुल ट्रेनों का सिर्फ 1.75% हैं। pic.twitter.com/BF5oBJFvyX
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) June 1, 2020
पीयूष गोयल ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, “पूरे देश में किसी भी ट्रेन को 7 या 9 दिन नहीं लगे, ना ही किसी यात्री की भूख प्यास से मृत्यु हुई है। यात्रियों को 1.19 करोड़ से अधिक भोजन व 1.5 करोड़ से अधिक पानी की बोतल रेलवे द्वारा दी गई। ट्रैक कंजेशन के कारण कुछ ट्रेनों को डाइवर्ट किया गया, जो कुल ट्रेनों का सिर्फ 1.75% हैं।”
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि वाहनों में श्रमिकों के लिए खाने-पीने की सुविधा नहीं थी जिसके कारण लगातार प्रवासी मजदूरों की मौत हुई। सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी दावा किया था कि ट्रेनों में दस दिनों में 80 मजदूरों की मौत हुई।
देश में हर दिन कोरोना एवरेज 8 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 8 हजार 171 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 204 लोगों की मौत हो गई है। पिछले 24 घंटे में 3709 लोग ठीक भी हुए हैं। देश में कुल मरीजों की संख्या 1 लाख 98 हजार 706 हो गई है। इसमें से 5 हजार 598 लोगों की मौत हो चुकी है। 95 हजार 527 मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं। अभी देश में कुल एक्टिव केस की संख्या 97 हजार 581 है।