कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जहां देश में माहौल गरमा रहा है, वहीं अब इसकी सुगबुगाहट भारत के बाहर भी देखने को मिल रही है । भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा है कि यह कार्रवाई अनुचित है। खन्ना ने कहा, ‘राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करना गांधीवादी विचारधारा के साथ बड़ा विश्वासघात है।’
2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने सवाल पूछा था कि ‘सभी चोरों का उपनाम मोदी कैसे है?’ इस मामले में राहुल के खिलाफ दायर मामले की सुनवाई करते हुए सूरत की अदालत ने उन्हें दोषी पाया और दो साल कैद की सजा सुनाई। साथ ही उनकी संसद की सदस्यता भी रद्द कर दी गई है।
रो खन्ना ने ट्वीट किया, ‘संसद में राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करना गांधीवादी विचारधारा और भारत के मूल्यों के साथ विश्वासघात है। यह वह भारत नहीं है जिसके लिए मेरे दादाजी ने अपने जीवन के कई साल जेल में बिताए थे।” रो खन्ना अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में सिलिकॉन वैली का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मोदी से दखल की मांग
खन्ना ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में दखल देने की मांग की है। एक अन्य ट्वीट में रो खन्ना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए कहा, ‘आपके पास भारतीय लोकतंत्र के हित में इस फैसले को बदलने की ताकत है।
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या हैं मुद्दे?
आज राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत की। इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने मोदी सरकार की जमकर आलोचना की। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि अडानी और मोदी के संबंधों के बारे में सवाल पूछने के लिए ही मेरे खिलाफ कार्रवाई की गई।
राहुल गांधी ने सदस्यता रद्द होने के बाद पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मेरा अंतिम नाम राहुल गांधी है राहुल सावरकर नहीं। इसलिए मैं माफी नहीं मांगूंगा, मैं घुटने नहीं टेकूंगा। राहुल गांधी ने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे भाषण से डरते थे और इसीलिए उन्होंने मेरे खिलाफ यह कार्रवाई की। हमने उन सभी पार्टियों का भी शुक्रिया अदा किया है जिन्होंने हमारा साथ दिया। तो आइए जानते हैं उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 अहम बातें।
1) देश में लोकतंत्र पर रोज हमले हो रहे हैं, सरकार उम्मीद करती है कि लोग चुपचाप बैठकर सब कुछ सह लें।
2) गौतम अडानी की शेल कंपनियों को 20 हजार करोड़ रुपये किसने दिए? यह पैसा 200% अडानी का नहीं है। अगर मेरे खिलाफ कार्रवाई होती है तो भी मैं सवाल पूछता रहूंगा।
3) मुझ पर विदेश से मदद मांगने का झूठा आरोप लगाया गया। मोदी कैबिनेट के मंत्रियों ने संसद में झूठ बोला। मैं उनकी धमकियों से डरने वाला नहीं हूं।
4) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गौतम अडानी को क्यों बचा रहे हैं? अडानी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
5) मेरी संसद की सदस्य्ता को रद्द करो, मुझे जेल में डालो, मैं माफी नहीं मांगूंगा। मैं राहुल गांधी हूं राहुल सावरकर नहीं।
6) भाजपा वालों को लगता है कि अडानी पर लगे आरोप देश के खिलाफ आरोप हैं।
7) जब मैंने संसद में अडानी और मोदी की दोस्ती की तस्वीर दिखाई तो बीजेपी सांसद मेरे खिलाफ दंगे करने लगे। मुझे आगे बोलने नहीं दिया गया। नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के बाद से अडानी और मोदी के बीच मधुर संबंध रहे हैं।
8) मेरे खिलाफ कितनी भी कार्रवाई हो जाए, मैं चुप नहीं रहूंगा, सवाल पूछता रहूंगा।
9) अगर बीजेपी को लगता है कि मैं अपने सांसद के रद्द होने पर घुटने टेक दूंगा, तो मैं उन्हें बता दूं कि ऐसा नहीं होगा।
10)सच बोलना मेरे खून में है। मैं सच बोलना जारी रखूंगा। देश की जनता ने मुझे प्यार, दुलार और स्नेह दिया है। इसलिए राहुल गांधी ने भी कहा है कि मेरी तपस्या सत्य के मार्ग पर चलना है।
राहुल गांधी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये दस अहम मुद्दे उठाए। राहुल गांधी ने यह भी कहा है कि वह कुछ भी कर लें, मैं इस सरकार के आगे नहीं झुकूंगा और माफी नहीं मांगूंगा।