पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत आज कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश की महासचिव प्रियंका गांधी हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे। तभी उन्हें ग्रेटर नोएडा में यूपी पुलिस ने रोक लिया । यूपी पुलिस में राहुल गांधी के साथ न केवल धक्का-मुक्की की गई बल्कि उनका कॉलर भी पकड़ा गया। पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को उस समय हिरासत में ले लिया जब वह पैदल ही एक्सप्रेस वे पर हाथरस के लिए निकल पड़े।
हाथरस की बेटी के पिता का बयान सुनिए।
उन्हें जबरदस्ती ले जाया गया। सीएम से वीसी के नाम पर बस दबाव डाला गया। वो जांच की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं।
अभी पूरे परिवार को नजरबंद रखा है। बात करने पर मना है।
क्या धमकाकर उन्हें चुप कराना चाहती है सरकार?
अन्याय पर अन्याय हो रहा है। pic.twitter.com/6lIW1hdvDc
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 1, 2020
राहुल गांधी ने कहा कि पुलिस ने मुझे धक्का दिया। लाठीचार्ज किया। मुझे जमीन पर गिराया। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या इस देश में सिर्फ मोदी जी ही की चल सकती हैं। क्या सामान्य आदमी नहीं चल सकता । हमारी गाड़ी रोकी गई थी। इसलिए हमने पैदल चलना शुरू किया। गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने चाहता हूं। यह मुझे रोक नहीं पाएंगे ।
बताया जा रहा है कि इस दौरान हुई धक्का-मुक्की में एक पुलिस वाले ने राहुल की कॉलर पकड़ लिया। कांग्रेस नेताओं का यहां तक भी कहना है कि राहुल गांधी के हाथ में चोट भी आई है । राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी हाथरस के लिए निकली है। प्रियंका गांधी ने इस मामले पर एक ट्वीट किया है और कहा है कि गैंगरेप की शिकार लड़की के पिता को जबरदस्ती ले जाया गया। सीएम से वीसी के नाम पर दबाव डाला गया। वे जांच की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। अभी पूरे परिवार को बंद रखा है । बात करने पर मना है । क्या दंगा कराना चाहती है सरकार?