कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों यूरोप की यात्रा पर हैं। राहुल गांधी ने बेल्जियम में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और वहां से भारत में होने वाले जी20 समिट, चीन और तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी है। लेकिन एक मुद्दे पर राहुल गांधी मोदी सरकार से सहमत भी नजर आए। वहीं, चीन के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि चीन एक विशेष दृष्टिकोण का प्रस्ताव दे रहा है। चीन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का विचार इसलिए रख रहा है क्योंकि वह वैश्विक उत्पादन का केंद्र बन गया है। लेकिन मुझे हमारी ओर से कोई वैकल्पिक दृष्टिकोण नजर नहीं आता। हमारे लिए चुनौती यह है कि हम एक वैकल्पिक दृष्टिकोण कैसे दे सकते हैं, जिसमें राजनीतिक और पर्यावरण की स्वतंत्रता हो। राहुल गाँधी ने कई मुद्दों पर बयान दिया।
रूस-यूक्रेन संकट
बेल्जियम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि मुझे लगता है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष पर भारत की मौजूदा स्थिति से पूरा विपक्ष सहमत होगा। हमारे रूस के साथ संबंध हैं। मुझे नहीं लगता कि सरकार फिलहाल जो प्रस्ताव दे रही है, उससे विपक्ष का कोई अलग रुख होगा।
जी-20
वहीं, जी20 समिट के डिनर में मल्लिकार्जुन खड़गे को न बुलाए जाने के सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि इसमें क्या कहा जा सकता है। यह कि उन्होंने विपक्ष के नेता को नहीं बुलाने का फैसला किया है, यह आपको कुछ बताता है। इससे पता चलता है कि वह भारत की 60% आबादी के नेता के लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं।
भारत-इंडिया विवाद
इंडिया-भारत विवाद पर राहुल गांधी ने कहा कि मुझे नहीं पता, आपको पीएम से पूछना होगा। मैं संविधान की इस शब्दावली से पूरी तरह खुश हूं।’ सरकार में डर है. ये ध्यान भटकाने वाली रणनीतियाँ हैं। हम अपने गठबंधन के लिए इंडिया नाम लेकर आए। लेकिन इससे पीएम परेशान हो गए। पीएम ध्यान भटकाने की नई रणनीति लेकर आए हैं।
कश्मीर
कश्मीर के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव में हमारा पक्ष है। मेरा मानना है कि लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा की जानी चाहिए।’ कश्मीर समेत भारत में भारत की आवाज की रक्षा होनी चाहिए।
इससे पहले यूरोप पहुंच कर उन्होंने गुरुवार को ब्रसेल्स में यूरोपीय संसद के कुछ सदस्यों के साथ बंद कमरे में बातचीत की। जानकारी के अनुसार इस बैठक में कई जरुरी मुद्दों पर चर्चा की गई है। पीटीआई द्वारा बताया गया है कि बातचीत के मुद्दों में मणिपुर का मुद्दा भी शामिल था। गौरतलब है कि जुलाई माह में यूरोपियन संघ द्वारा मणिपुर पर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया था।
राहुल गांधी तकी ब्रसेल्स में यूरोपीय सांसदों के साथ राहुल गाँधी की बैठक को लेकर कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा गया है कि राहुल गाँधी द्वारा यूरोपीय संसद के सदस्यों के साथ गोलमेज सम्मलेन में भाग लिया गया। इस सम्मलेन की मेजबानी अलविना अलमेत्सा और सांसद पियरे लारौतुरौ ने की। हालांकि, ब्रसेल्स में हुई चर्चा संसद के आधिकारिक दैनिक एजेंडे में शामिल नहीं थी। कांग्रेस की ओर से जारी की गई तस्वीर के मुताबिक, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा भी इस बैठक में शामिल हुए थे।
Shri @RahulGandhi at a round table with MEPs in the European Parliament, co-hosted by MEP Alviina Almetsa (Shadow Rapporteur on EU-India Relationship) and MEP Pierre Larrouturou (portfolios within Parliamentary budget, climate & employment generation).
📍Brussels, Belgium pic.twitter.com/cCoHfa44ra
— Congress (@INCIndia) September 7, 2023
राहुल का पूरा शेड्यूल
अब कल 9 सितंबर को पेरिस में फ्रांसीसी श्रम संगठन की बैठक में भी हिस्सा लेंगे। पेरिस के बाद राहुल गांधी 10 सितंबर को हॉलैंड जाएंगे और यूनिवर्सिटी के छात्रों से मुलाकात करेंगे। 11 सितंबर को राहुल ओस्लो में एनआरआई के एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे और नेताओं और छात्रों से मुलाकात करेंगे। जी20 शिखर सम्मेलन 10 सितंबर को भारत में समाप्त होगा उसके दो दिन बाद राहुल गांधी 13 सितंबर को भारत लौटेंगे।