सोमवार 14 सितम्बर से संसद का मानसून सत्र शुरू हो चुका है। हालांकि इस सत्र में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और वायनाड के सांसद राहुल गांधी नहीं पहुंच सके। सोनिया गांधी अपने हैल्थ चेकअप के लिए विदेश गई हुई हैं और राहुल गांधी भी उनके साथ गए हुए हैं। विदेश में रहते हुए ही राहुल सरकार को घेरने को कोई मौका नहीं चूक रहे हैं। लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर भी उन्होंने सरकार पर निशाना साधा है।
दरसअल, संसद में जब सरकार से पूछा गया कि लॉकडाउन में कितने प्रवासी मजदूरों की मौत हुई, तो जवाब मिला कि श्रम मंत्रालय के पास मजदूरों की आधिकारिक मौत का कोई आंकड़ा नहीं है। इसी बयान को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर शायरी के अंदाज़ में तंज कसा है। राहुल ने ट्वीट करके कहा कि “तुमने ना गिना तो क्या मौत ना हुई? हां मगर दुख है सरकार पे असर ना हुई, उनका मरना देखा ज़माने ने, एक मोदी सरकार है जिसे ख़बर ना हुई।”
कोरोना संक्रमण के आँकड़े इस हफ़्ते 50 लाख और ऐक्टिव केस 10 लाख पार हो जाएँगे।
अनियोजित लॉकडाउन एक व्यक्ति के अहंकार की देन है जिससे कोरोना देशभर में फैल गया।
मोदी सरकार ने कहा आत्मनिर्भर बनिए यानि अपनी जान ख़ुद ही बचा लीजिए क्योंकि PM मोर के साथ व्यस्त हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 14, 2020
राहुल विदेश में अपनी मां के हैल्थ चेकअप के लिए उनके साथ गए हुए हैं। वहीं से उन्होंने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। जब पूरे देश में लॉक डाउन हुआ था तब अपने राज्यों से बाहर काम करने वाले प्रवासी मजदूरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। घर वापसी के दौरान कई मजदूरों की रास्ते में ही मौत हो गई थी। उनके रोजगार छूट गए थे और उनके सामने सबसे बड़ी समस्या रोजगार थी।
वहीं सरकार की तरफ से यह जवाब जरूर दिया गया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने 80 करोड लोगों तक अतिरिक्त राशन मुहैया करवाया था। आज मानसून सत्र का दूसरा दिन है। आज संसद में भारत चीन सीमा विवाद पर विपक्ष सरकार को घेर सकता है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज भारत चीन सीमा विवाद पर अपनी बात रख सकते हैं।