करीब दो साल से चीन और भारत के बीच चल रहा सीमा विवाद कई दौर की बैठकों के बावजूद बरकरार है। इस विवाद पर दोनों देशों में अभी तक सलाह नहीं हो पाई है। एलएसी पर आज भी तनाव जारी है और चीन हर बात पर भारत को धमकी देता फिर रहा है। दोनों देशों की तरफ से बार-बार ये कहा जा रहा है कि हालात ठीक करने को लेकर सभी तरह से बातचीत की जा रही है। लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। एक ओर भारत बातचीत के जरिए सीमा विवाद को सुलझाना चाहता है, तो वहीं चीन पीठ पीछे नापाक इरादे पाल रहा है। इस दौरान दोनों देशों के बीच वीडियो वार शुरू हो गया है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर चीन की सरकार द्वारा समर्थित खातों से गलवान घाटी में चीन के झंडे के फहराए जाने का वीडियो वायरल हो रहा है। इसके जबाब में भारतीय सेना ने चीन के ही अंदाज में एक बार फिर चीन को जवाब दिया है। चीन की तरफ से की गई भड़काने वाली हरकत के बाद भारतीय ने सेना ने भी चीन को उसी के अंदाज में मुंह तोड़ जवाब दिया है। जिसकी तस्वीरें सेना की तरफ से सार्वजनिक जारी की गई है।
पहले चीन ने फहराया था अपना झंडा
नए साल के अवसर पर झंडों के माध्यम से कूटनीतिक युद्ध का सहारा पहले चीन ने लिया था। दरअसल , नए साल के अवसर पर भारतीय सेना को उपहार भेंट किए थे। जिसके बाद यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि दोनों देशों के बीच गलवान में लंबे समय से जमी बर्फ पिघलने जा रही है, लेकिन इसके बाद चीन की सेना ने भारतीय सेना को भड़काने का प्रयास करते हुए गलवान घाटी में अपने अधिकार वाले डेमचौक और हॉट स्प्रिंग वाले इलाके में अपना राष्ट्रीय झंडा फहरा दिया ,जिसके बाद चीन के सरकारी मीडिया ने उस वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रसारित करते हुए चीनी सेना की तारीफ की थी। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा था कि ”गलवान घाटी में एक इंज भी जमीन मत छोड़ो, वीडियो वायरल होने के बाद इसको लेकर देश में राजनीतिक विवाद गहरा गया था। इस वीडियो से एक बार फिर दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
दरअसल , वीडियो में पीएलए के सिपाहियों के पीछे एक चट्टान पर चीनी भाषा में एक संदेश भी लिखा था । ग्लोबल टाइम्स के ट्वीट के मुताबिक वहां इस संदेश में “जमीन का एक इंच भी कभी नहीं देना” लिखा है। शेन शिवे नाम के एक और चीनी सरकार द्वारा समर्थित हैंडल से एक और वीडियो साझा किया गया जिसमें पीएलए के सैनिकों को उसी इलाके में चीन का झंडा फहराते हुए और चीन का राष्ट्रगान गाते हुए दिखाया गया है। इस ट्वीट में यह भी दावा किया गया है कि चीन का यह झंडा विशेष है क्योंकि यह कभी बीजिंग के तियानमेन चौराहे पर भी फहराया गया था।
खास बात यह है कि इसी दिन भारत में कई मीडिया रिपोर्टों में भारत-चीन सीमा के कई बिंदुओं पर दोनों देशों के सैनिकों को नए साल के मौके पर एक दूसरे के साथ मिठाइयां साझा करते हुए दिखाया गया था। कुछ जानकारों का कहना है कि इन स्थानों में से हॉट स्प्रिंग्स और डेमचोक जैसे बिंदुओं पर ऐसा करना दिखाता है कि भारत इन सीमावर्ती स्थानों पर सब कुछ सामान्य होने के संकेत देना चाह रहा है।
विपक्ष ने इन वीडियो पर सरकार से जवाब मांगा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से इस घटना पर अपनी चुप्पी तोड़ने को कहते हुए ट्वीट किया है।
गौरतलब है कि लद्दाख की गलवान घाटी में जून 2020 में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी. जिसमें भारतीय सेना के कम से कम 20 सैनिक मारे गए थे। तब से सीमा पर कई बिंदुओं पर दोनों देशों ने अपनी -अपनी सेनाओं को एक दूसरे के सामने तैनात कर दिया था। वहीं गलवान के साथ ही अरुणाचल में भारत का चीन के साथ सीमा विवाद जारी है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय इलाकों के नाम बदल दिए थे। चीन ने बीते दिनों अरुणाचल प्रदेश के 15 स्थानों के लिए चीनी अक्षरों, तिब्बती और रोमन वर्णमाला के नामों की घोषणा की थी। इनमें से कुछ बिंदुओं पर बातचीत के जरिए गतिरोध को हल किया गया है और सेनाओं को पीछे खींच लिया गया है लेकिन कई और बिंदुओं पर आज भी गतिरोध जारी है।