पडोशी मुल्क पाकिस्तान में नई सरकार के लिए वोटिंग जारी है जो कि सुबह से शाम पांच बजे तक जारी रहेगी । चुनावी नतीजों की घोषणा आधिकारिक तौर पर 9 फरवरी तक की जाएगी । इस चुनावी दौड़ में मुस्लिम लीग-नवाज “पीएम-एन” के नवाज शरीफ सबसे आगे हैं। इमरान खान को सेना के समर्थन से नवाज शरीफ ने पहले ही इस चुनावी दौड़ में शामिल नहीं होने दिया , चुनाव आयोग द्वारा खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का चुनाव चिन्ह क्रिकेट ‘बल्ला भी रद्द कर दिया गया है । उच्तम न्यायलय ने भी चुनाव आयोग के इस फैसले को बरकरार रखा। पीटीआई के उम्मीदवार नेता और खान के समर्थक चुनाव चिह्न न होने की वजह से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री पद के लिए नवाज शरीफ के अलावा इस चुनावी दौड़ में उनकी बेटी मरियम नवाज शरीफ ,और उनके भाई शहबाज शरीफ भी शामिल हैं। माना जा रहा है इस चुनावी दौड़ में मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बीच मुकाबला है। खबरों के अनुसार नेशनल असेंबली के लिए 5,121 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जिनमें से 4,807 पुरुष, 312 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं। चार प्रांतीय विधानसभाओं के लिए 12,695 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 12,123 पुरुष, 570 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं। मतदान के लिए करीब 12.85 करोड़ लोग से अधिक पंजीकृत लोग हैं। आम चुनाव के दौरान सुरक्षा दृष्टि से करीब 6 लाख 50 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
सुरक्षा दृष्टि से इतनी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात इसलिए भी किया गया क्युकि चुनाव के एक दिन पहले यानि आठ फरवरी को दो भीषण बम धमाकों में करीब 26 लोगों की मौत हुई है। इस हमले में करीब 30 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। पहला हमला बलूचिस्तान के पिशिन में हुआ और दूसरा हमला किला सैफुल्लाह में हुआ। पाकिस्तान में चुनाव के बीच ऐसे हमले चुनाव में अशांति उत्पन्न कर सकते हैं। मौजूदा समय में पडोशी मुल्क में सुरक्षा के दृष्टि से ही मोबाइल सर्विस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिससे आवाम चाह कर भी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर पा रही । समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट मुताबिक पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर पूरे पाकिस्तान में मोबाइल सेवाओं को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया है।
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय का कहना है कि देश के राष्ट्रीय चुनाव में मतदान शुरू होने के साथ ही सुरक्षा मजबूत करने के लिए मोबाइल फोन सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने समर्थकों से मतदान के बाद परिणाम घोषित होने तक मतदान केंद्रों के बाहर रहने का आग्रह किया था। अंदेशा लगाया जा रहा है कि इन्हीं वजहों से मोबाइल सर्विस को सस्पेंड कर दिया गया है। जिससे पाकिस्तानी जनता को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है।