उत्तर प्रदेश में आज सुबह ही एक दुखद खबर मिली थी कि औरैया में 24 प्रवासी मजदूर एक दुर्घटना में मारे गए। इसके बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की बात कही।
तो दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस गंभीर हादसे के पीछे प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार करार दिया। जबकि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मामले पर मजदूरों को पैदल न चलने तथा उन्हें गाड़ियों में भेजने की बात कहकर एक बार फिर सरकार पर वार किया है।
हालांकि, इसे प्रियंका गांधी ने सकारात्मक रूप से लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से परमिशन मांगी है कि वह उनकी पार्टी को 1000 बस चलाने की परमिशन प्रदान करें। जिससे मजदूर बेमौत न मारे जाए और वह अपने घरों तक पहुंच जाए।
उत्तर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश महासचिव वीरेंद्र सिंह गुड्डू के अनुसार पूर्व में उनकी पार्टी ने जब मजदूरों को रेलवे यात्रा फ्री कराने की बात कही थी तो केन्द्र सरकार तर्क वितर्क पर उतर आई थी। गुड्डू इसके पीछे तर्क देते हुए कहते हैं की विदेशों से एक तरफ तो सरकार विदेशों से हवाई जहाज से अमीरों को फ्री ला रही थी।
जबकि दूसरी तरफ प्रवासी मजदूरों से पैसे लिए जा रहे थे। कांग्रेस नेता गुड्डू दावा करते हैं और कहते हैं कि जो अमीर लोग चाइना से हवाई जहाज के जरिए लाए गए उनका खर्चा 6 करोड़ का हुआ। लेकिन दूसरी तरफ गरीब प्रवासी मजदूरों से राजधानी एक्सप्रेस से भी अधिक का किराया वसूला गया। जिसके खिलाफ कांग्रेस में पुरजोर अभियान चलाया गया।
कांग्रेस सुप्रीमों सोनिया गांधी के आदेश पर प्रदेश के अध्यक्षों ने बकायदा सभी प्रवासी मजदूरों को रेलवे टिकट नि:शुल्क उपलब्ध कराएं। इसी तरह अब वह बसों का किराया बहन करने की जिम्मेदारी लेते हुए मजदूर के हित की बात कर रहे है।
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव वीरेन्द्र सिंह गुड्डू कहते हैं कि आज और कल में उत्तर प्रदेश के 32 मजदूरों की मौत हो चुकी है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रियंका गांधी जी के 1000 बस चलवाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लेना चाहिए।
गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे अपने पत्र में कहा है कि लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने-कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं।
लगातार सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। प्रियंका गांधी के अनुसार प्रदेश में अबतक 65 मजदूरों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है । जोकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है।
योगी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के लिए कांग्रेस 500 बसें गाजीपुर बॉर्डर गाजियाबाद और 500 बसें नोएडा बॉर्डर से चलाना चाहती है। प्रियंका गांधी ने कहा है कि इन बसों का सारा खर्च कांग्रेस पार्टी वहन करेगी।
इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने महामारी के नियमों का पालन करते हुए प्रवासी श्रमिकों की मदद करने के लिए 1000 बसों को चलाने की अनुमति मांगी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रनिर्माता मजदूरों क इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता है। उम्मीद है कि आप इस प्रयास में हमारा सहयोग करेंगे।