लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी ने बदायूं में हुए सामूहिक दुष्कर्म पर राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के बयान को शर्मनाक कहा है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि ऐसी सोच में महिलाओं की सुरक्षा भला कैसे की जा सकती है। प्रियंका गांधी ने फेसबुक पोस्ट पर कहा कि क्या इस व्यवहार से हम महिला सुरक्षा सही तरीके से कर पाएंगे। महिला आयोग की सदस्य बलात्कार के लिए पीड़िता को दोषी मान रही हैं।
बदायूं प्रशासन को ये चिंता है कि इस घटना का सच सामने लाने वाली पीड़िता की पोस्टमार्टम कैसे लीक हुई। बलात्कार के मामले में मुरादाबाद की पीड़िता मौत से जंग लड़ रही है। महिलाएं इस प्रशासनिक प्रणाली को व इस बदजुबानी को माफ नहीं करेंगी। प्रियंका ने कहा है कि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने 7 दिसंबर को पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कहा कि पीड़िता शाम के वक्त बाहर नहीं जाती तो सामूहिक दुष्कर्म नहीं होता। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने 7 दिसंबर को बदायूं में पीड़ित परिवार के घर का दौरा किया था। पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा था कि यदि शाम के समय महिला मंदिर जाते समय परिवार के किसी सदस्य को साथ ले जाती तो इस जघन्य वारदात को टाला जा सकता था।
महिला आयोग की सदस्य का यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है। अगर पुलिस सख्ती से काम करती तो यह घटना नहीं हो सकती थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 दिसंबर को शाम हुई इस घटना की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्य आरोपी समेत सभी तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी संबधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है।