प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मल सीतारमण शुक्रवार को दोपहर 12 बजे बैठक करेंगे। इस बैठक में वित्त मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल होंगे। बैठक में MSME के लिए राहत पर भी चर्चा होगी। साथ ही, प्रधानमंत्री किसानों की आमदनी और कृषि संकट पर भी चर्चा करेंगे।
कहा जा रहा है कि इस बैठक में दूसरे राहत पैकेज पर फैसला हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी बैठक में कोरोना से निपटने के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। साथ ही, दूसरे आर्थिक पैकेज पर भी फैसला हो सकता है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया है। लॉकडाउन की वजह से कई सेक्टर्स की हालत बहुत खस्ता हो चुकी है।
केंद्र सरकार MSMEs को 20 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज देने की तैयारी कर रही है। कोरोना लॉकडाउन की वजह से इस सेक्टर की हालत बहुत खराब है। इस पैकेज का उद्देश्य ऐसे ही उद्यमों को राहत देने का है। सरकार ऐसे MSME को ‘टर्नअराउंड कैपिटल’ देगी जो कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद अपने कारोबार को नए सिरे से शुरू कर सकें।
सरकार ने लॉकडाउन से प्रभावित मजदूरों को राहत देने के लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया था। पैकेज में किसान, दिहाड़ी मजदूर, MSME सेक्टर को बड़ी राहत दी गई है। साथ ही मनरेगा की मजदूरी 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये कर दी गई है। मनरेगा की किस्त से 5 करोड़ परिवारों को फायदा होगा।
निर्मला सीतारमण ने बताया था कि पैकेज से उज्जवला योजना की 8 करोड़ महिलाओं को फायदा होगा। 3 महीने तक उज्जवला लाभार्थियों को सिलेंडर फ्री मिलेगा। 3 माह तक महिला जनधन अकाउंट में 500 रुपये प्रति माह डाले जाएंगे। साथ ही गरीब बुजुर्गों को 1000 रुपये प्रति माह की मदद की जाएगी। DBT से दिव्यांगों और बुजुर्गों की मदद की जाएगी।