आज अपने आधे घंटे के देश को संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के दूसरे चरण की शुरुआत कर दी। इस दौरान वे देश की जनता से भावनात्मक अपील करते नजर आए। लॉकडाउन को 19 दिन बढ़ाने के साथ ही उन्होंने जनता से 7 बातों में लोगों का साथ मांगा।
यानी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिन सात बातों को कह गए उनमें जनता का साथ जरूरी है। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी अपनी चिर परिचित शैली में एक बार फिर सहज और सरल अंदाज में लोगों के दिल को छू गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले जो 7 बातों की पहली बात कही वह है बुजुर्गों की एक्स्ट्रा केयर करने की थी। उन्होंने कहा कि जो बुजुर्ग लोग हैं उन पर कोरोना के दौरान विशेष ध्यान देना है। खासकर ऐसे बुजुर्ग जो बीमार है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी का वायरस ज्यादातर बुजुर्ग लोगों में फैल रहा है।
इसके साथ ही जो बुजुर्ग बीमार है उनको कोविड-19 नामक वायरस सबसे पहले चपेट में ले रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने और उनकी सेवा करने की बात कहकर एक बार फिर साबित कर दिया कि देश में अभी भी बुजुर्गों की सेवा सबसे पहले है।
7 बातों की दूसरी बात में प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन के दौरान पहले से बरती जा रही सावधानियों की बात कही और सोशल डिस्टेंस का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आप सब लोग लॉकडाउन के दौरान अनुशासन बनाए हुए हैं और सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखे हुए हैं, इसी तरह एक बार फिर 19 दिन तक आप अनुशासन बनाए रखेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने घर में बने फेस कवर और मॉस्क को अनिवार्य रूप में प्रयोग करने की बात कही। लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी कहा की फेस कवर और मास्क घर पर बने ही हो। मतलब यह कि बाहर बने हुए फेस कवर और मास्क की बजाए मोदी ने घर में ही फेस कवर और मास्क बनाने की बात को प्रमुखता दी है।
देश के ज्यादातर घरों में फिलहाल फेस कवर और मास्क महिलाएं घर पर ही तैयार कर रही है। मोदी की इस बात से उनको और बल मिलेगा। मोदी ने अपनी तीसरी बात में एम्यूनिटी पावर बढ़ाने की बात कही। जिसमें उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय के जारी निर्देशों के अनुसार, घर पर गर्म पानी पिए और इसके साथ ही काढा भी बना कर पिया जाए। जिससे कोरोना को पास में न आने दिया जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप कोरोना को रोकने में और बीमारी के प्रति सचेत करने में सहयोगी है। इसलिए हर कोई अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड कर लें।
प्रधानमंत्री मोदी ने 7 बातों में सबसे महत्वपूर्ण बात उद्योग धंधों में काम कर रहे कर्मचारियों और मजदूरों को लेकर कहीं। आजकल देश में कई जगह से सुनने में आ रहा है कि कई उद्योगपतियों ने अपने कर्मचारियों को अपनी कंपनियों से निकाल दिया है।
ऐसे में मोदी की यह अपील महत्वपूर्ण है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उद्योगपति अपने कर्मचारियों के साथ समन्वय निभाए और साथ ही उन्हें भावनात्मक सपोर्ट भी करें। इसके साथ ही मोदी ने कहा कि इस अनुकूल समय में कोई भी कंपनी मालिक कर्मचारी को नौकरी से न निकाले।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब और निर्बल वर्ग को ध्यान में रखते हुए अगली बात कही। उन्होंने कहा कि इस समय में गरीब लोगों पर विशेष ध्यान रखा जाए। उनकी देखरेख की जाए और गरीबों को भोजन की व्यवस्था कराई जाए। उन्होंने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि कोई भी गरीब भूखा न रहे।
इसके मद्देनजर मोदी ने 20 अप्रैल से चिन्हित क्षेत्रों में छूट का प्रावधान करने की भी बात कही है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज स्पष्ट तौर से कहा कि वह गरीब लोगों का ध्यान रखकर ही यह छूट के प्रावधान बना रहे हैं। जिनमें गरीबों और निर्बल वर्ग के लोगों को रियायत दी जाएंगी। लेकिन इसके लिए उन्होंने सशर्त अनुमति की भी बात कही। इसके लिए नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह कल बकायदा एक विस्तृत गाइडलाइन जारी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों पर भी अपनी बात कही है। उन्होंने कहा कि रबी की फसल में किसानों को कम से कम दिक्कत हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। याद रहे कि इस समय किसान अपनी रबी की फसल काटने में लगे हैं। इसके साथ ही मोदी ने अपनी सातवीं और महत्वपूर्ण बात में कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि ऐसे विपरीत काल में कोरोना योद्धा हमारी सेवा में लगे हुए हैं, ऐसे कोरोना योद्धा पुलिस कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी और सफाई कर्मियों का हमें आदर सम्मान करना जरूरी है। ऐसे समय में जब देश के कई हिस्सों से कोरोना योद्धाओं पर हमले होने की खबरें आ रही है तो ऐसे में मोदी के इस संदेश को लोगों को अमल लाने की विशेष जरूरत है।