एक तरफ देश में कोरोना महामारी से लोगो का हाल बेहाल है। इस बीमारी से आए संकट से उबरने के लिए नए-नए रास्ते तलाशे जा रहे हैं। लेकिन वहीं दूसरी तरफ घरों में छुपे बैठें राजनेता जनता के कोपभाजन का शिकार हो रहे हैं। सच्चाई यह है कि जनता राजनेताओं से आजिज आ चुकी है। राजनेताओं की कोरोना काल में चल रही लापरवाही जनता को अखर रही है। शायद यही वजह है कि जनता ने अब नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है ।
कोरोना संकट में घरों में छुपे बैठे नेताओं को अपने बीच में न पाकर जनता पोस्टर बाजी पर उतर आई है। इसका उदाहरण मध्यप्रदेश और राजस्थान है । जहां के पूर्व मुख्यमंत्री इस महामारी के दौरान जनता के बीच में से नदारद है । अब नाराज जनता ने उनके लापता होने के पोस्टर लगा दिए है। मजे की बात यह है कि दोनों प्रदेशों में पोस्टरो पर लिखी भाषा मे एकसमानता है।
जिसमें बकायदा 21 – 21 हजार के नगद इनाम देने की बात कही जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्रियों के लापता होने के पोस्टर लगने के बाद मध्यप्रदेश और राजस्थान में राजनीति गर्मा गई है। पोस्टर वार पर दो दलों के बीच सियासी जंग शुरू हो गई है । कांग्रेस इसे भाजपा तो भाजपा कांग्रेस की साजिश बता रही है।
इसकी शुरूआत चार दिन पहले मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से हुई। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में पूर्व मुख्यमंत्री व क्षेत्रीय विधायक कमल नाथ और उनके बेटे व क्षेत्रीय सांसद नकुल नाथ के लापता होने के पोस्टर लगाए गए है। साथ ही उनका पता देने वाले को 21 हजार के इनाम का ऐलान किया गया है। कांग्रेस ने इसे भाजपा की ओछी हरकत करार देकर मामले को गर्मा दिया है।
छिंदवाड़ा में कुछ स्थानों पर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और सांसद नकुल नाथ की तस्वीरों वाले पोस्टर लगे है। इसमें लिखा है कि गुमशुदा की तलाश। छिंदवाड़ा के लापता विधायक और सांसद को इस संकट काल में छिंदवाड़ा की जनता ढूंढ रही है।
जो इन्हें छिंदवाड़ा लेकर आएगा उसे 21 हजार रुपये का नगद इनाम दिया जाएगा। इसमें निवेदक के तौर पर छिंदवाड़ा विधानसभा और लोकसभा के मतदाताओं को बताया गया है। हालांकि यह पोस्टर किसने चस्पा किए है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप जरूर जड दिए है।
मध्य प्रदेश के बाद अब पोस्टर वार राजस्थान तक जा पहुंचा है। यहां के झालावाड़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके पुत्र दुष्यंत सिंह के लापता होने की पोस्टर लगे हैं। क्योंकि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालावाड़ के झालरापाटन से विधायक है।
जबकि उनके पुत्र दुष्यंत सिंह सांसद है। लेकिन जनप्रतिनिधि होने के बावजूद दोनों न जाने कहां गायब है। फलस्वरूप मतदाताओं ने उन दोनों के लापता होने के पोस्टर लगाने के साथ ही लिखा है कि इन दोनों के बारे में किसी को भी जानकारी मिले तो बताएं।
गौरतलब है कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और झालावाड़ से लगातार चौथी बार सांसद दुष्यंत सिंह के लापता होने के पोस्टर लगने के बाद यह पोस्ट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं। पोस्टर में लिखा है झालावाड़ के विधायक और सांसद लापता हैं। जनता उनको ढूंढ रही है जो भी उनको झालावाड़ लेकर आएगा, उसको 21000 रूपये का नकद इनाम दिया जाएगा।
याद रहे कि जब देश में कोविड-19 की महामारी की शुरुआत हुई थी तब बॉलीवुड की गायिका कनिका कपूर के साथ पार्टी शिरकत करने के कारण वसुंधरा राजे उनके बेटे दुष्यंत सिंह पुत्रवधू समेत सभी को क्वॉरेंटाइन किया गया था।
वसुंधरा राजे और उनके परिवार वालों के कोरोनावायरस के सैंपल लेकर उनकी जांच भी करवाई गई थी। लेकिन गनीमत यह रही कि किसी को भी कोरोना नहीं पाया गया और उसके बाद से ही भाजपा इस मामले को लेकर निश्चिंत थी।