दिल्ली के मंडोली जेल में बंद महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सिन्हा को पत्र लिख कर दिल्ली से बाहर किसी और राज्यों की जेलों में शिफ्ट करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि जब से उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाए हैं, तबसे उन पर लगातार शिकायत को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। उन पर हमले हो रहे हैं। उन्हें जेल के अंदर सीआरपीएफ के जवान प्रताड़ित कर रहे हैं। इससे पहले उपराज्यपाल को भेजे गए पत्र में कहा था कि उनके द्वारा जो मुद्दे उठाए गए हैं। अगर वे झूठे निकले तो में फांसी पर चढ़ने को तैयार हूँ। लेकिन अगर अरविन्द केजरीवाल पर जो आरोप मैंने लगाए हैं। वह सही साबित हुए तो क्या वह अपने पद से इस्तीफ़ा देंगे ?
सुकेश के वकील के द्वारा एलजी को लिखे पत्र में लिखा है कि ‘सुकेश चंद्रशेखर स्पेशल सेल की एफआईआर नंबर 208/2021 (7 अगस्त 2021) के एक मामले में दिल्ली की मंडोली जेल नंबर 14 वार्ड नंबर 1 में अंडर ट्रायल कैदी के तौर पर बंद हैं। इनके साथ सुकेश की पत्नी लीना मंडोली जेल नंबर 16 में इसी मामले में बंद है। सुकेश का कहना है कि ‘अरविंद केजरीवाल, कैलाश गहलोत, सत्येंद्र जैन, आम आदमी पार्टी के खिलाफ मेरे क्लाइंट ने आपके दफ्तर में जो शिकायत करके सीबीआई जांच की जो मांग की है तथा ईओडब्ल्यू और ईडी में आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ जो बयान दिए है उन्हें वापिस लेने के लिए लगातार धमकी और प्रेशर बनाया जा रहा है।’
जेल में पत्नी को गालियां दी जाती हैं
सुकेश के वकील ने पत्र में आगे लिखा कि ‘मंडोली जेल में बंद सुकेश की पत्नी के साथ दुर्व्यवहार कर शिकायत वापिस लेने के लिए दबाव डाला जा रहा है, जेल के सीनियर अधिकारियों द्वारा सुकेश की पत्नी को गालियां दी जाती है।’ उन्होंने आगे कहा कि 31 अगस्त को सुकेश के साथ जेल के अंदर सीआरपीएफ के जवान द्वारा मारपीट भी की गई, जिससे उसके जेनिटल पार्ट में चोट आई और इस वजह से उसका इलाज आरएमएल और जीटीबी अस्पताल में चल रहा है और डॉक्टर ने उसे दर्द घटाने के लिए स्कॉर्टल स्पोर्ट पहनने की एडवाइज़ दी है।
ट्रांसफर की अपील
सुकेश के एडवोकेट अशोक कुमार ने पत्र में लिखा कि हाल ही में मिलने वाली धमकियों और एसॉल्ट के चलते अपने क्लाइंट के बिहाफ पर हम ये हालात समझाते हुए अपना और उसकी पत्नी के ट्रांसफर की मांग दिल्ली से अलग देश के किसी भी जेल में करने की प्रार्थना करते हैं जो दिल्ली की जेल के डीजी के कंट्रोल से बाहर हो।
सुकेश के वकील अशोक कुमार का कहना है कि ‘7 नवंबर को लीगल केस में सुकेश के काउंसिल होने के नाते उसे मंडोली जेल में मिलने गया था, जहां उसने अपनी ये प्रार्थना मुझे हैंड रिटर्न लिखकर दी है जिसे मैं आपके और आपके दफ्तर के सामने रख रहा हूं।’ उसी के साथ सुकेश की हैंड रिटर्न चिट्ठी को टाइप कर प्राइम मिनिस्टर ऑफिस, प्रेसिडेंट ऑफिस, होम मिनिस्टर ऑफिस, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को भी भेजी जा चुकी है।
इस लेटर में 7 नवंबर की शिकायत को भी अटैच किया गया है। जिसमें सुकेश ने लिखा है अरविंद केजरीवाल, सत्येंद्र जैन के इशारों पर जेल एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से हमें धमकी और परेशान किया जा रहा है। जेल सुपरिटेंडेंट दिनेश की तरफ से मेरी पत्नी जो जेल नंबर 16 में बंद है उस पर मेरे द्वारा शिकायत वापिस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
सत्येंद्र जैन पर भी आरोप
मेरे पास सत्येंद्र जैन, अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अहम सबूत है इसलिए हम पर प्रेशर बनाया जा रहा है। जेल में अंकित गुर्जर जैसी संदिग्ध मौत के मामले बेहद आम बात है लिहाजा हमारी सुरक्षा के लिए जांच होने तक हमारा ट्रांसफर दिल्ली की जेल से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड किसी भी जेल में कर दिया जाए क्योंकि दिल्ली की जेल अरविंद केजरीवाल, सतेंद्र जैन और आम आदमी पार्टी के कंट्रोल में है, ये हालात तब है जब तिहाड़ का डीजी एक आईपीएस अफसर होता है।