भारत की संस्कृति का विश्व भर में एक स्थान है। प्राचीनकाल से ही भारतीय सभ्यताएं अपने आपमें एक अलग रूप धारण किये हुए हैं। ग्लोबलाइजेशन के चलते युवा पीढ़ी भारतीय संस्कृति को छोड़ वेस्टर्न कल्चर को अपनाने लगी है जिसके चलते भारतीय सभ्यताएं धीरे-धीरे खत्म होते जा रहे हैं, लेकिन आज भी समाज का एक बड़ा तबका उन सभ्यताओं को साथ लेकर अपने जीवन में आगे बढ़ रहा है। जिस तरह भारतीय सभ्यता प्रेरणा हैं कहीं न कहीं ये सभ्यताएं महिलाओं के लिए बंधन और असमानता को बढ़ावा देती हैं। इन सभ्यताओं में बंधकर महिलाएं अपने जीवन को बेड़ियों में गुज़ार देती हैं। सभ्यताओं में लिपटा एक बड़ा त्यौहार है जिसे हम सब करवाचौथ के नाम से जानते हैं इसको लेकर राजस्थान के मंत्री गोविन्द राम मेघवाल ने विवादित बयान दिया है जिसको लेकर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है।
महिलाओं की समानता की बात करने वाले कुछ व्यक्ति यह मानते हैं कि करवाचौथ जैसे त्यौहार महिला और पुरुष के बीच असमानता को जन्म देता है। इसी मुद्दे को उठाते हुए राजस्थान के आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री गोविन्द राम मेघवाल ने यह विवादित बयान दिया है। दरअसल, शनिवार 20 अगस्त को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित एक कार्यक्रम में मेघवाल ने करवा चौथ को लेकर बयान दिया कि ‘करवा चौथ पर महिलाएं छलनी से चाँद को देखती हैं और विदेशों में महिलाएं चांद पर जा रही हैं। व्रत रखकर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती हैं यह एक अंधविश्वास है। ऐसे अंधविश्वास के कारण महिलाएं भारत में पुरुषों से काफी पीछे हैं और जब तक पुरुषों को महिलाओं से ज़्यादा समझा जायेगा तब तक हम समानता की बात नहीं कर सकते।’
विदेशी महिलाएं आगे क्यों ?
मेघवाल ने यह भी कहा कि ‘चीन में 80 फीसदी महिलाएं और अमेरिका में 50 फीसदी महिलाएं काम करती है। इसलिए वे देश विज्ञान की दुनिया में जी रहे हैं। विदेशों में महिलाएं भारत से अधिक मज़बूत और सफलता प्राप्त कर चुकी हैं। इसके बावजूद भी महिलाएं अपनी कामयाबी के लिए अधिक प्रयास करती हैं न कि अपने पति की। परन्तु भारत में महिलाएं अपने भविष्य से ज़्यादा अपने पति के भविष्य की चिंता करती हैं क्योंकि वह अपनी पूरी उम्र अपनी इच्छा से पति के अधीन रहती हैं। महिलाएं अपनी लम्बी उम्र की नहीं बल्कि अपने पति की लम्बी उम्र की प्रार्थना करती हैं, न केवल महिलाएं अपने लिए कदम उठाती हैं बल्कि उनके पति भी उनकी लम्बी उम्र के लिए व्रत नहीं रखते हैं।
मंत्री गोविंद राम का विवादित बयान सामने आने के बाद बीजेपी ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस पूरे मामले को लेकर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और चौमू विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि मंत्री गोविन्दराम मेघवाल ने हिन्दू महिलाओं की आस्था का मजाक उड़ाया है। उन्हें तुरंत देश की करोड़ों महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए। वहीं रामलाल शर्मा ने कहा कि गोविन्दराम मेघवाल भूल रहे हैं कि हिन्दू संस्कृति को अपनाते हुए कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी। देश की कई महिलाएं आज भी हिन्दू धर्म की परम्पराओं का निर्वहन करते हुए विज्ञान के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। शर्मा ने कहा कि देश की करोड़ों महिलाओं का अपमान करने वाले मंत्री के खिलाफ मुख्यमंत्री को जल्द एक्शन लेना चाहिए।