हिजाब को लेकर कर्नाटक से शुरू हुआ विवाद पूरे देश में फैल गया है। इस विवाद को लेकर देश में सियासी घमासान जारी है। विपक्ष लगातार बीजेपी पर हमलावर है। इसी बीच पीडीपी प्रमुख महबूबा मफ्ती ने भी बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मुझे डर है कि बीजेपी सिर्फ हिजाब पर नहीं रुकेगी। वो मुसलमानों की तमाम निशानियां खत्म करना चाहते हैं।
भारतीय मुसलमानों के लिए सिर्फ भारतीय होना ही काफी नहीं है, उन्हें भी बीजेपी होना जरूरी है। मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर एक राजनीतिक मामला है, लेकिन भाजपा इसे एक सामुदायिक मामला बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर राजनीतिक मसला है। धारा 370 खत्म करने से यह मसला सुलझा नहीं बल्कि और पेचीदा हुआ है। केंद्र सरकार को आज नहीं तो कल इसे लेकर पाकिस्तान से बात करनी पड़ेगी। यह सही है कि जितना जम्मू-कश्मीर में मुश्किलें और खून बहता है उतनाभाजपा को फायदा होता है। वहीं, हिजाब विवाद को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि मुल्क़ हर एक के लिए बराबर है. आपको हक़ है कि आप क्या पहनना, क्या खाना और कैसे रहना चाहता हैं, सबका अपना मज़हब है, जो मज़हब पर हमला किया जा रहा है ये कुछ कट्टरपंथी हैं जो चाहते हैं कि ये करके वे चुनाव जीत जाए।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि एक दिन हिजाब पहनने वाली लड़की भारत की प्रधानमंत्री बनेगी। उनका यह बयान कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद के बीच आया है। आपको बता दें कि उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में मुस्लिम छात्रों के एक समूह को हिजाब पहनने के कारण उनके क्लास में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। एआईएमआईएम चीफ ओवैसी ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि हिजाब पहनकर महिलाएं कॉलेज जाएंगी, जिला कलेक्टर, मजिस्ट्रेट, डॉक्टर, व्यवसायी वगैरह बनेंगी।
एक रैली में लोगों को संबोधित करते हुए ओवैसी को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं इसे देखने के लिए जीवित नहीं हो सकता, लेकिन मेरे शब्दों पर ध्यान दें। एक दिन हिजाब पहनने वाली लड़की प्रधानमंत्री होगी। अगर हमारी बेटियां फैसला करती हैं और अपने माता-पिता से कहती हैं कि वे हिजाब पहनना चाहती हैं, तो उनके माता-पिता उनका समर्थन करेंगे। देखते हैं कि उन्हें कौन रोक सकता है!”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिजाब विवाद पर अपनी राय जाहिर की है। यूपी में 9 जिलों की 55 सीटों पर वोटिंग के बीच हिजाब विवाद पर अपनी राय जाहिर करते हुए कहा है कि स्कूल में ड्रेस कोड लागू होनी चाहिए। भारत की व्यवस्था संविधान के अनुरूप चलनी चाहिए, हमारी व्यक्तिगत आस्था और पसंद-नापसंद हम देश और संस्थाओं पर लागू नहीं कर सकते हैं। क्या मैं उत्तर में सभी कर्मचारियों या लोगों को बोल सकता हूं कि आप भी भगवा धारण करें? स्कूल में ड्रेस कोड लागू होना चाहिए। स्कूल का विषय है, स्कूल के अनुशासन का विषय है। आर्मी में कोई कहेगा कि हम अपने अनुसार चलेंगे, फोर्स में कोई इस प्रकार की बात कहेगा? कहां अनुशासन रह पाएगा। व्यक्तिगत आस्था आपकी अपनी जगह होगी, लेकिन जब संस्थाओं की बात होगी तो हमें संस्था के नियम कानून को हमें मानना होगा।”
कर्नाटक में हिजाब विवाद
कर्नाटक हिजाब विवाद तब शुरू हुआ जब युवा मुस्लिम छात्राओं के एक समूह को हिजाब पहनने के कारण उडुपी जिले के एक सरकारी कॉलेज में प्रवेश नहीं करने दिया गया। यह मुद्दा पूरे राज्य में फैल गया है। कई कॉलेजों और स्कूलों ने इसी तरह के फरमान जारी किए। छात्रों के विरोधी समूहों ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने के अधिकार के खिलाफ और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मुस्लिम लड़कियों का विरोध करने वालों ने भगवा स्कार्फ पहन रखा था और विचारधारा में टकराव कुछ इलाकों में हिंसक हो गया। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय राजनीतिक दलों द्वारा एक-दूसरे पर हमला करने के साथ विवाद और बढ़ गया। विरोध अब देश के विभिन्न हिस्सों में फैल गया है और मामला वर्तमान में उच्च न्यायालय में है।