‘मन की बात’ कहने का अधिकार क्या सिर्फ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही है? अगर उनकी पार्टी का कोई पूर्व विधायक अपने मन की बात कहता है तो यह राजनीतिक सनसनी बन जाता है।जी हां, हम बात कर रहे हैं प्रतापगढ़ के पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ की। बृजेश मिश्र सौरभ ने उत्तर प्रदेश की भाजपा राजनीति में खलबली मचा दी है। उन्होंने अपने मन की बात सोशल मीडिया पर क्या शेयर की यूपी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की नींद उड़ गई। खासकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की।
भाजपा के पूर्व विधायक ने बात ही ऐसी कह दी है, जिससे यूपी की भाजपा बेचैन हो गई है। हालांकि भाजपा के कुछ नेता पूर्व विधायक की मन की बात को आने वाले कल की तस्वीर बता रहे हैं। लेकिन वही भाजपा के ऐसे भी कई नेता है जो अब दबी जुबान से कह रहे हैं कि एक ना एक दिन तो यह होना ही है।
भाजपा के प्रतापगढ़ से पूर्व विधायक रहे बृजेश मिश्र सौरभ ने आखिर ऐसी क्या बात कह दी है जिससे चर्चाओं का माहौल पैदा हो गया है ? आइए बताते हैं क्या मामला है। दरअसल, 1 दिन पहले पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने अपनी सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के खास सिपहसालार विधान परिषद सदस्य अरविंद शर्मा यानी एके को उत्तर प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री बता दिया। इसके बाद प्रदेश की भाजपा में हलचल मच गई।
4 माह पूर्व ही नौकरशाह से नेता बने अरविंद शर्मा फिलहाल चर्चाओं में है। जिस तरह वह अपनी नौकरी से वीआरएस लेकर राजनीति में आए और यूपी को अपना केंद्र बनाया उससे सियासी सरगर्मियां पहले से ही बनी हुई थी । अब जब शर्मा को प्रदेश में कैबिनेट मंत्री और डिप्टी सीएम बनाने की बात हो रही है तो ऐसे में पूर्व विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी अरविंद शर्मा को उत्तर प्रदेश का भावी मुख्यमंत्री बताकर प्रदेश की राजनीति में पैदा हो रहे नए घटनाक्रम को हवा दे दी है। हालांकि पूर्व विधायक की बात का समर्थन अभी किसी ने नहीं किया है। लेकिन यह भी तय माना जा रहा है कि पूर्व विधायक द्वारा अपने मन की यह बात यूपी के शीर्ष नेतृत्व को चुभ भी सकती है । जिसके चलते उन पर कार्रवाई हो सकती है।
भाजपा नेता व पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने फेसबुक पर एक पोस्ट जारी की है। उसमें उनकी तरफ से लिखा गया कि उनकी भाजपा पार्टी में बड़े फ़ेरबदल की चर्चा जोरों पर है। हाल ही में स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति लेने वाले गुजरात कै़डर के आईएएस अधिकारी अरविंद शर्मा को डिप्टी सीएम बनाने की भी चर्चा आम है।
शर्मा जी के बारे में सुना है कि वह प्रशासनिक नौकरी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बेहद करीब थे । गुजरात और देश से जुड़े कई बड़े मामलों में उनसे राय भी ली जाती रही है। अगर अरविंद शर्मा जैसे ईमानदार प्रशासनिक अधिकारी और सहज सरल स्वभाव के व्यक्ति के हाथ सूबे की कमान सौंप दी जाए तो हमें लगता है कि इस उत्तर प्रदेश के भी दिन पुनः अच्छे हो जांएगे।
उन्होंने अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए कहा है कि हम प्रदेशवासी अनुरोध करते हैं कि पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद शर्मा को प्रदेश की बागडोर सौंप कर (मुख्यमंत्री बना कर) प्रदेश के जनमानस का खोया हुआ भरोसा पुनः हासिल किया जा सकता है।
यही नहीं बल्कि पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने यह भी कहा कि उन्होंने प्रदेश के हालात को देखते हुए जनहित में फेसबुक पर यह पोस्ट किया है। मन की बात कहना कोई गुनाह नहीं है। अगर यह गुनाह है तो उन्हें स्वीकार्य है।