छेड़छाड़ और शारीरिक यातनाओ से संबंधित मामलों को देखने के लिए फास्ट ट्रैक जैसी अदालतें देश में बना दी गई है । जिसमें दावे किए जा रहे हैं कि नाबालिक बच्चों के साथ किए जाने वाले अपराध की जल्दी ही सुनवाई हो जाती है। साथ ही अपराधी को सजा देने के लिए जल्द से जल्द कार्रवाई होंगी।
लेकिन उत्तराखंड पुलिस का एक मामला ऐसा सामने आ रहा है जहां नाबालिक बच्ची के साथ हुई वारदात के बाद भी पुलिस सोई हुई है। हालात यह है कि पॉक्सो एक्ट में रिपोर्ट दर्ज होने के 1 माह बाद भी उत्तराखंड की हरिद्वार पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।

हालांकि, चर्चा यह भी है कि आरोपी पुलिस पर प्रेशर बनाने में लगा हुआ है । जिसके चलते पुलिस उस पर हाथ डालने से कतरा रही हैं। शायद यही वजह है कि पीडिता के परिजनों ने जुलाई माह में ही इस मामले की शिकायत पुलिस से की थी । लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कराने में लगातार आनाकानी की।
मजबूरन, पीड़िता को न्यायालय की शरण में जाना पडा। न्यायालय के आदेशों पर रिपोर्ट तो दर्ज हो गई, लेकिन पुलिस ने इस मामले में लगातार लापरवाही करनी शुरू कर दी। लापरवाही का आलम यह है कि आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। उधर, दूसरी तरफ पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद लिए दर-दर भटक रहा है।

जानकारी के अनुसार हरिद्वार के ज्वालापुर निवासी विवाहिता ने अश्लील हरकत कर नाबालिग बेटी के बारे में फेसबुक पर अश्लील व आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की है। एसएसपी हरिद्वार और डीजीपी उत्तराखंड को लिखित शिकायत भेजी गई है। जिसमें बताया गया है कि आरोपी खुले घूम रहे हैं और उसे धमकियां दे रहे हैं। विवाहिता ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है।
ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र की एक विवाहिता ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर अरशद व हसरत निवासीगण काजी कॉलोनी, पांवधोई ज्वालापुर पर छेड़छाड़ व अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया था। विवाहिता का आरोप है कि दोनों भाईयों ने उसकी नाबालिग बेटी को गोद से छीनने का प्रयास किया और अश्लील हरकत की। विरोध करने पर गाली-गलौच करते हुए उसके पति को जान से मारने की धमकी दी।

यही नहीं बल्कि इसके बाद फेसबुक पर उसकी नाबालिग बच्ची के बारे में लगातार अश्लील पोस्ट की। पीड़िता ने फेसबुक पोस्ट के स्क्रीनशॉट भी कोर्ट में पेश किए थे। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश व स्पेशल जज पोक्सा अंजलि नौलियाल के आदेश पर 22 अगस्त को ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।
विवाहिता ने एसएसपी और डीजीपी को ई मेल पर शिकायत भेजकर बताया कि मुकदमा दर्ज होने के लगभग एक माह बाद भी आरोपी अरशद, हसरत, नवाज व नौशाद आदि की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। आरोपी उसे लगातार धमकियां देकर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। विवाहिता ने आरोपियों की गिरफ्तारी कर न्याय की गुहार लगाई है।