कोरोना महामारी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े दिशा निर्देशों का पालन गौतम बुध नगर जिले में होता नहीं दिख रहा है। यहां कोरोना मरीजों का क्या हाल होगा, इसे कोरोना योद्धाओं के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार से जाना जा सकता है। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन का आपस में तालमेल न होना खाकी वर्दीधारियों को महंगा पड़ रहा है। जिसके चलते कोरोना योद्धा पुलिसकर्मी टेस्ट कराने तक को तरस गए हैं। देखा जाए तो पुलिस कर्मियों का कोरोना टेस्ट नोएडा के जिला अस्पताल में सरकारी खर्चे पर होना चाहिए था। लेकिन देखने में आ रहा है कि नोएडा के पुलिस कमिश्नर द्वारा पुलिस रिलीफ फंड से यह टेस्ट कराए जा रहे हैं। इससे पुलिस और प्रशासन के बीच में आ रही दूरी को बखूबी समझा जा सकता है।
एक दिन पूर्व ‘दि संडे पोस्ट’ ने इस मामले पर एक्सक्लूसिव रिपोर्ट जारी की थी। जिसका शीर्षक था- “संकट में कोरोना योद्धा पुलिसकर्मी, नोएडा प्रशासन ने जांच में खड़े किए हाथ”। इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में बताया गया था कि किस तरह पुलिस के 20 जवान संदिग्ध कोरोना की श्रेणी में पाए गए थे। जिनकी जिला प्रशासन द्वारा कोरोना टेस्ट करने में आनाकानी हुई और मजबूरन उन्हें निजी लैब से टेस्ट कराने पड़े । शारदा हॉस्पिटल में हुई सभी 20 पुलिस कर्मियो की जांच में ‘दि संडे पोस्ट’ की खबर की पुष्टि हुई है। जिसमें कल और आज में आए जांच के परिणामों में पांच पुलिसकर्मियों को कोरोना पाया गया है।
‘दि संडे पोस्ट’ को सूत्रों से पता चला था कि प्रशासन ने पुलिस कर्मियों के कोरोना टेस्ट कराने में हाथ खड़े कर दिए हैं। ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराने और मरीजों का इलाज कराने के लिए जो व्यवस्थाएं सुचारु करने के दावे किए गए थे वह अब पहले जैसे नहीं दिखाई दे रहे है। सूत्रों के अनुसार, जिला अस्पताल से भी पुलिस के कोरोना टेस्ट कराने में आनाकानी की जा रही है। पुलिसकर्मी जब जिला अस्पताल पहुंचते हैं तो उन्हें यह कहकर टरकाया जा रहा है कि टेस्ट कराने में कोई फायदा नहीं है।
फलस्वरूप, पुलिस कमिश्नर ने पुलिस कर्मियों की कोरोना जांच के लिए पुलिस रिलीफ फंड का सहारा लिया है। जिससे पुलिस ने 2 जून को अपने खर्चे से 20 जवानों की शारदा हॉस्पिटल में जांच कराई है। सूत्रों के अनुसार यह बीस जवान नोएडा के ही है। जिनमें 8 जवान पुलिस कंट्रोल रूम तथा 8 जवान थाना सेक्टर 49 के है। जबकि जांच कराने वाले 4 जवान थाना फेस थ्री के हैं। जिनमें पांच पुलिस कर्मियो कोरोना पाजिटिव पाए गए है। इनमें दो पुलिस कर्मी सेक्टर 49 थाने के है। जिनके नाम यशपाल और रविन्द्र है। इसी के साथ नोएडा के कंट्रोल रूम में तैनात जितेन्द्र, राजेंद्र तथा रविन्द्र आदि शामिल है।
गौरतलब है कि कल ‘दि संडे पोस्ट’ द्वारा न्यूज प्रसारित करते समय जब गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई के सुहास एलवाई का इस मामले में वर्जन लिया गया था तो उन्होंने ऐसी किसी भी बात से इंकार कर दिया था। डीएम सुहास एलवाई ने कहा कि पुलिस कर्मियों के कोरोना टेस्ट कराने पर कोई रोक नहीं है। सीएमओ और जिला अस्पताल अगर कोरोना टेस्ट नही कर रहे हैं तो उन्हें हम नोटिस भिजवायेगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर पुलिस कमिश्नर पुलिस कर्मियों के कोरोना टेस्ट अपने खर्चे से करा रहे हैं तो इसमें हम क्या कर सकते हैं।