प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देव दीपावली समारोह में हिस्सा लेने जाएंगे। पीएम पहली बार देव दीपावली में शामिल होगे। नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री वाराणसी में उनका 23वां दौरा है। प्रधानमंत्री गंगा मार्ग से काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे। पीएम आखिरी बार 16 फरवरी को काशी आए थे। इसके अलावा पीएम विश्वनाथ धाम में पूजा अर्चना करेंगे।
क्या है देव दीपावली
माना जाता है कि देव दीपावली पर सभी देवता बनारस के घाटो पर आते है। देव दीपावली के दिन। भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध किया था। इस राक्षस के वध के बाद सभी देवी-देवताओं ने इस दिन खुशी मनाई थी। देव दीपावली पर लोग दीप दान करते है मान्यता है कि भगवान शिव ने खुद धरती पर आकर देवताओं के साथ गंगा घाटो पर दीपावली मनाई थी
पीएम का स्वागत राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगे। यहां प्रयागराज-वाराणसी 6 लेन हाईवे का लोकार्पण करने के साथ ही उनकी जनसभा होगी। इसके बाद वे हेलिकॉप्टर से डोमरी जाएंगे। फिर यहां से वे सड़क मार्ग से भगवान अवधूत राम घाट जाएंगे और अलकनंदा क्रूज पर सवार होकर ललिता घाट पहुचेंगे।
ललिता घाट से उनका काफिला विश्वनाथ मंदिर आएगा। यहां दर्शन-पूजन कर कॉरिडोर के विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। क्रूज से वापस राजघाट पहुचेंगे और दीप जलाकर दीपोत्सव की शुरुआत करेंगे। यहीं पावन पथ वेबसाइट का लोकार्पण होगा। राजघाट से ही प्रधानमंत्री मोदी क्रूज से रविदास घाट के लिए रवाना होंगे। चेत सिंह घाट पर 10 मिनट का लेजर शो देखेंगे।
देव दीपावली पर काशी के 84 घाटों को दीपकों से रोशन किया जाएगा। हर साल देव दीपावली पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते श्रद्धालुओं की संख्या सीमित रखी गई है। 15 लाख दीपक जलाए जाएंगे, पिछली बार 10 लाख दीपक जलाएं गए थे।