प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से देश की इकोनॉमी को तेज रफ्तार देने की योजना पर काम कर रहे हैं। इसी उद्देश्य के तहत उन्होंने बीते छह सालों में देश में कई ऐसी योजनाओं की शुरुआत की है जो न केवल देश की रफ्तार बढ़ाएगा, बल्कि दुनिया की प्रतिस्पर्धा में भारत को अगली कतार में खड़ा कर देगा।इस कोरोना काल के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी गुरुवार 20 अगस्त को 11 बजे देशभर के शहरों में साफ-सफाई से संबंधित ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2020’ के परिणामों की घोषणा करेंगे। सरकार हर वर्ष सवच्छ सवेर्क्षण परिणामों की घोषणा करती है और इससे पहले चार बार इस तरह का सवेर्क्षण हो चुका है।
केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘स्वच्छ महोत्सव’ नाम के इस कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार प्रदान किए जायेंगे। पीएम मोदी इस मौके पर वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन शहरी के तहत काम करने वाले देशभर के चुनिंदा लाभार्थियों , स्वच्छाग्रहियों और सफाईकर्मियों के साथ बातचीत भी करेंगे। वह इस मौके पर स्वच्छ सवेर्क्षण 2020 डैशबोर्ड की भी शुरुआत करेंगे।
दुनिया के इस सबसे बड़े स्वच्छता सवेर्क्षण में 4 हजार 242 शहरों, 62 छावनी बोर्डों और 92 गंगा के समीप बसे कस्बों की रैंकिंग जारी की जायेगी। इन क्षेत्रों में करीब 1 करोड़ 90 लाख आबादी रहती है। सर्वेक्षण के पहले संस्करण में भारत में सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मैसुरू ने हासिल किया था, जबकि इसके बाद इंदौर लगातार तीन साल तक (2017,2018,2019) शीर्ष स्थान पर रहा ।
करीब एक महीने चले इस सवेर्क्षण के दौरान एक करोड़ 70 लाख नागरिकों ने स्वच्छता ऐप पर पंजीकरण किया है। सोशल मीडिया पर 11 करोड़ से अधिक लोग इससे जुड़े। साढे पांच लाख से अधिक सफाई कर्मचारी सामाजिक कल्याण योजनाओं से जुड़े और ऐसे 21 हजार स्थानों की पहचान की गई, जहां कचरा पाये जाने की ज्यादा संभावना है। आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ साथ विभिन्न शहरों के मेयर , निगम आयुक्त और अन्य पक्षधारक इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
बीते हफ्ते देश में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के चलते उत्तर प्रदेश के संभल जिले में महज 15 साल की एक नाबालिग दसवीं क्लास में पढ़ने वाली एक स्टूडेंट इस कदर दुखी हुई कि उसने अपनी जान ले ली थी। छात्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या का रास्ता अपनाया था । अपने 19 पेज के इस सुसाइड नोट में छात्रा ने देश में सामाजिक मुद्दों और समस्याओं के साथ देश में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण, जनसंख्या जैसे गंभीर मुद्दों पर चिंता जताते हुए पीएम से समाधान की अपील की थी ।
छात्रा उत्तर प्रदेश के सम्भल जनपद के बबराला कसबे रहने वाली थी। बीते 14 अगस्त की रात को जहां एक नाबालिग छात्रा ने अपने घर में रखे तमंचे से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराया और मामले की जांच में जुट गई। जांच के दौरान 17 अगस्त को मृतक छात्रा की किताब से परिजनों को एक 19 पेज का सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करके लिखा गया है। इस पत्र में मृतक छात्रा ने पीएम मोदी को देश का अब तक का सबसे अच्छा प्रधानमंत्री बताते हुए प्रदूषण, बढ़ती जनसंख्या, पारिवारिक मुद्दे जैसे कई अहम मुद्दों को लेकर चिंता जताई और पीएम से समाधान की अपील की थी । इसके अलावा उसने पत्र में लिखा, ‘मैं ऐसी दुनिया में और नहीं जीना चाहती हूं, जहां बच्चे अपने मां-बाप को वृद्धाश्रम में भेज देते हों।’ इसके साथ ही उसने होली में केमिकल वाले रंगों और दीपावली में पटाखों के इस्तेमाल पर भी रोक लगाने की मांग की। इस लेटर में छात्रा ने कुछ सुझाव भी दिए हैं। सुसाइड नोट में मृतक छात्रा ने इन समस्याओं को लेकर अपनी दिमागी बीमारी का भी जिक्र करते हुए लिखा है, ‘मैं इन समस्याओ के संदर्भ में आपके साथ एक मीटिंग करना चाहती थी, लेकिन आपके पास तो अपने लिए ही समय नहीं है, लेकिन क्या आप देश की इन समस्याओं के समाधान की मेरी इच्छाओं को पूर्ण करेंगे?