लद्दाख की गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिकों की शहादत और भारत में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देश को सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने चीन को लद्दाख में करारा जवाब दिया है। भारत ने उन लोगों को सबक सिखाया है, जो अपने देश की तरफ आंख उठाकर देखते हैं। भारत ने साबित किया है, यदि आप भारत माता को देखते हैं, तो भारतीय सैनिकों ने दिखाया है कि हमारे पास आपकी आँखें हटाने की शक्ति है। जानमाल के नुकसान से पूरा देश गमगीन है। हालांकि, शहीद हुए परिवार के सदस्यों ने यह भी कहा है कि वे परिवार के अन्य बच्चों को भर्ती करेंगे। मोदी ने यह भी कहा है कि देश को शहीदों के परिवारों पर गर्व है।
The world has seen India's commitment to protecting its borders & sovereignty. In Ladakh, a befitting reply has been given to those coveting our territories: PM Narendra Modi during #MannKiBaat (file photo) pic.twitter.com/bCf0oCgqoa
— ANI (@ANI) June 28, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा है कि कोरोना का संकट बढ़ रहा है, हम इसके बारे में कई बार बात कर चुके हैं। कई आश्चर्य जब यह साल खत्म हो जाएगा। कुछ का कहना है कि यह वर्ष शुभ नहीं है। लोग चाहते हैं कि यह साल जल्द खत्म हो। जब मैं सोचता हूं कि इस तरह की चर्चा क्यों हो रही है, तो मुझे लगता है कि कोरोना संकट इसके पीछे का कारण है। आप छह या सात महीने पहले कैसे जानते थे कि कोरोना संकट आएगा? अम्फान, प्रकृति जैसे तूफान आए और गए। पड़ोसी देश बुराई कर रहा है। फिर भी हम सभी पर विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ध्यान दें कि यह वर्ष अशुभ नहीं है। यह भारत की एक विशेषता है कि वह एक वर्ष में एक चुनौती या 50 चुनौतियों से लड़ना नहीं चाहता है।
भारत ने पिछले कई वर्षों में कम संकटों का सामना किया है। हमने एक साल में कई संकटों का सामना किया है। लेकिन डगमगाने की कोई जरूरत नहीं है। मोदी ने यह भी कहा है कि हम संकटों का सामना कर रहे हैं। हमें कई कठिनाइयों का सामना करना होगा और आगे बढ़ना होगा। किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि हम इस साल नए सपने देखना चाहते हैं। मोदी ने यह भी कहा है कि उन्हें 130 करोड़ भारतीयों पर पूरा भरोसा है। उन्होंने यह भी कहा कि संकट कितना भी बड़ा क्यों न हो, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत की संस्कृति निस्वार्थ भावना से सेवा को प्रेरित करे।