[gtranslate]
Country

ब्राजील के हिंसक विरोध पर पीएम मोदी और बाइडन ने जताई चिंता

ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों ने चुनाव के नतीजों को खारिज करते हुए देश की राजधानी ब्रासीलिया में हिंसक विरोध शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन और राष्ट्रपति भवन में तोड़फोड़ की। इसके बाद दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं जाहिर की जा रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के विरोध के बाद अब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खेद जताया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘ब्राजील में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमला चिंता का विषय है। सभी को लोकतांत्रिक परंपरा का सम्मान करना चाहिए। हम ब्राजील को अपना पूरा समर्थन देने की घोषणा करते हैं।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी ब्राजील के हालात पर भी खेद जताया है। उन्होंने ट्वीट किया था कि पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों द्वारा संसद, राष्ट्रपति भवन में की गई अराजकता, तोड़फोड़ शर्मनाक है।

संसद-राष्ट्रपति भवन में घुसे प्रदर्शनकारी

गौरतलब है कि ब्राजील के नए राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने पिछले साल अक्टूबर के चुनाव में बहुमत हासिल किया। उसके बाद उनका शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों ने शपथ ग्रहण का कड़ा विरोध किया और संसद, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट पर हमला किया। ये प्रदर्शनकारी पीले और हरे रंग के कपड़े पहने हुए थे। प्रदर्शनकारियों का एक समूह इतना आक्रामक हो गया कि वह सीधे संसद के अध्यक्ष की कुर्सी पर जा बैठा और हंगामा करने लगा। इस विरोध प्रदर्शन के कई वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

जायर बोलसोनारो ने आरोपों से किया इनकार

हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है क्योंकि ब्राजील में राजनीतिक अराजकता फैल गई है। वर्तमान राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। लोकतंत्र में शांतिपूर्ण विरोध जायज है। दूसरी ओर वर्ष 2013 और 2017 में जब वाम सरकार सत्ता में थी, तब जो विरोध प्रदर्शन हुए, वे कानून का उल्लंघन थे। मेरे शासन में हमने हर काम संविधान के दायरे में रहकर करने की कोशिश की है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD