पश्चिम बंगाल में इसी साल अप्रैल – मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बार राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है । भाजपा की पूरी कोशिश है कि इस बार ममता बनर्जी के गढ़ में सेंधमारी कर अपनी सरकार बनाई जाए । बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश इकाई के नेताओं को पश्चिम बंगाल में अपनी संभावनाएं दिख रही हैं । ऐसे में पार्टी कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती। लेकिन इस सब के बीच जैसे -जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं ,राजनीतिक पार्टियां बोट बैंक के लिए लुभावने वादे भी करने लगी हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल 15 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश में मात्र पांच रुपये में भरपेट भोजन खिलाने की योजना शुरू की है । इस योजना के तहत गरीब लोगों को पांच रुपये की थाली में दाल, चावल, एक सब्जी और अंडा करी परोसा जाएगा।
इन रसोई घरों का संचालन स्व-सहायता समूह करेंगे और ये हर दिन दोपहर एक बजे से तीन बजे तक खुलेंगे। इस योजना का विस्तार धीरे-धीरे पश्चिम बंगाल के अन्य शहरों में भी किया जाएगा। राज्य सरकार ने इस योजना के लिए पहले से ही बजट में प्रावधान कर दिया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया था कि राज्य में हमारी सरकार सभी जरूरतमंद लोगों को कोरोना की वैक्सीन फ्री में लगवाएगी।
ममता बनर्जी ने एलपीजी के दाम में बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी एलपीजी और डीजल के दाम में बेतहाशा वृद्धि करती है और जैसे ही चुनाव नजदीक आते हैं वह इसे कम करना शुरू कर देती है। ममता ने कहा कि महंगाई के मार से जनता त्रस्त है, लेकिन सरकार हमेशा राजनीति करती है। ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार गरीबों पर ध्यान दे और उनके लिए पर्याप्त सुविधाएं भी दे।