पाकिस्तान में चल रहे एक केस को लेकर जो कुलभूषण जाधव से बिलकुल जुड़ा हुआ नहीं है उसे पाकिस्तान ने जाधव से जोड़ने की कवायद की है। ऐसा भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने 3 दिसम्बर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा।
दरअसल मामला यह है कि 1 दिसम्बर को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में भारतीय उच्चायोग की ओर से दायर एक रिट पिटीशन पर सुनवाई हुई थी। यह मामला एक भारतीय से जुड़ा है जो पाकिस्तान की जेल में बंद है और अपनी सजा काट चुका है बावजूद इसके अभी तक इसे स्वदेश नहीं भेजा गया है।
इस मामले को और समझाते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव की ओर से कहा गया कि शाहनवाज नून को एक भारतीय कैदी मोहम्मद इस्माइल की रिहाई के लिए एक मामले में हमारे उच्चायोग का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया था।
लेकिन नून ने पाकिस्तान के दबाव में ऐसा बयान दिया जिसका उन्हें अधिकार नहीं है। मंत्रालय ने बताया कि इस्माइल के मामले की सुनवाई के दौरान पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल ने जाधव से संबंधित केस को उठाया। हालांकि ये दोनों मामले आपस में किसी भी रूप में जुड़े नहीं हैं।
अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान भारतीयों से जुड़े हर केस को जाधव मामले से जोड़ने की फिराक में है।
मंत्रालय ने अपनी प्रेस वार्ता में CPEC(चीन-पकिस्तान-इकनोमिक-कॉरिडोर) प्रोजेक्ट को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत अपने रुख पर कायम है और चीन-पाकिस्तान दोनों को ही इस बारे में साफ तौर पर बताया जा चुका है।
यह हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन है और इसे लेकर हमने दोनों देशों के सामने अपनी चिंता जाहिर कर दी है। हम अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं।