लंबे समय से चल रही तना – तनी के बीच भारत और पकिस्तान के बीच हुई सिंधु जल समझौते के तहत दो दिवसीय बैठक कल 24 मार्च को संपन्न हो गई। इस दौरान पाकिस्तान ने दो परियोजनाओं को लेकर असहमति जताई है। दरअसल , जम्मू-कश्मीर स्थित पाकल दुल और लोउर कलनाई पनबिजली संयंत्रों के डिजाइन पर पाकिस्तान ने आपत्ति जाहिर की है । सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान ने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद लद्दाख के लिए स्वीकृत पनबिजली परियोजनाओं पर भी अतिरिक्त जानकारी मांगी।
इस बीच विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि दो भारतीय परियोजनाओं- पाकल दुल (1000 मेगावाट) और लोउर कलनाई (48 मेगावाट) के डिजायन को लेकर बातचीत जारी है। भारतीय पक्ष ने कहा कि ये परियोजनाएं पूरी तरह से समझौते के अनुरूप हैं। भारतीय अधिकारियों ने अपने पक्ष के समर्थन में तकनीकी आंकड़ा भी उपलब्ध कराया।
उल्लेखनीय है कि सिंधु जल आयोग की बैठक दो साल से अधिक समय के बाद हुई थी। इससे पहले इसकी बैठक लाहौर में अगस्त 2018 में हुई थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगली बैठक पाकिस्तान में होगी। बैठक में भारतीय प्रनिधिमंडल का नेतृत्व भारत के सिंधु आयुक्त पीके सक्सेना ने किया। भारतीय दल में केंद्रीय जल आयोग, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण और नेशनल हाइड्रोइलेक्टि्रक पावर कारपोरेशन के अधिकारी शामिल थे। पाकिस्तानी दल का नेतृत्व वहां के सिंधु आयुक्त सैयद मुहम्मद मेहर अली शाह ने किया।