देश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में 40 लोगों की मौत हुई है। वहीं 1035 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना के कुल मरीज 7447 हो गए हैं, जिनमें से 6565 एक्टिव केस हैं, 643 मरीज इस बीमारी से उबर चुके हैं और 239 लोगों की मौत हुई है। यकायक कोरोना संक्रमितों की संख्या में आए उछाल का कारण तब्लीगी जमात के मरीज भी हैं। इसी सब के बीच इस माामले पर राजनीति शुरू हो गई है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कोरोना के जरिए मुसलमानों बदनाम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “भाजपा के प्रचारकों को मालूम होना चाहिए कि वो वाट्सऐप फॉरवर्ड के जरिए कोरोना वायरस को नहीं हरा सकते। मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना कोरोना वायरस की दवा नहीं है। न ही ये पर्याप्त टेस्टिंग का विकल्प हो सकता है। झूठी खबरें फैला कर मुसलमानों पर हमले किए जा रहे हैं।”
उसके बाद उन्होंने तब्लीगी जमात पर बोलते हुए ओवैसी ने कहा, “जमात का कार्यक्रम पहले भी होता था, लेकिन आज उसे बदनाम किया जा रहा है। सवाल उन लोगों से पूछा जाना चाहिए जो सत्ता में हैं। जमात से नहीं, जिसमें अधिकांश भारतीय नागरिक हैं, लेकिन उनसे इस समय ऐसा व्यवहार नहीं हो रहा है।”
दूसरी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक बयान दिया जिसमें उन्होंने क्वॉरेंटीन सेंटर की तुलना डिटेंशन सेंटर से की। सिब्बल ने कहा कि सरकार क्वारंटाइन सेंटर के बहाने मुसलमानों को निशाना बना रही है। अभी पूरे देश में 23 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। मौजूदा हालात पर आज प्रधानमंत्री मोदी अहम बैठक करने वाले है।