देवताओं की भूमि कहलाए जाने वाले उत्तराखण्ड में भारी बारिश ने तबाही का मंजर पैदा कर दिया है। प्रकृति का सबसे ज्यादा कोप केदारघाटी क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। राज्य के रूद्रप्रयाग जनपद में केदारनाथ से निकलने वाली मंदाकिनी नदी और बद्रीनाथ से आने वाली अलकनंदा नदी में लगातार हो रही बारिश के चलते जलस्तर इतना बढ़ चुका है कि इनके संगम स्थल रुद्रप्रयाग में शिव की प्रतिमा लगभग डूब चुकी है। 20 फीट ऊंची इस प्रतिमा में पानी शिव की गरदन तक आने के साथ ही नदी के चारों तरफ बने धार भी पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। राज्य के सभी पहाड़ी जिलों में भारी वर्षां के चलते जगह-जगह बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं। भारतीय मौसम विभाग पहले ही उत्तराखण्ड में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर चुका है।
प्रकृति का प्रकोप, उत्तराखण्ड में हाहाकार
