हरियाणा के पीपली में बीते दिन हुए लाठीचार्ज पर खट्टर सरकार की विपक्ष ने जमकर निंदा की। हरियाणा की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस समेत आईएनएलडी नेताओं ने प्रदेश की बीजेपी सरकार को किसान विरोधी कहा है। प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि लोकतंत्र में लोगों की आवाज़ को लठ तंत्र से नहीं दबा सकते।
पूर्व सीएम ने कहा कि “लोकतंत्र में हर किसी को अपनी आवाज उठाने और कहीं भी जाने का अधिकार है। वो खुद शुक्रवार को पिपली कुरुक्षेत्र जाएंगे और किसान, मजदूर और आढ़तियों से मुलाकात करेंगे। अन्नदाता अपनी जायज मांगों के लिए आंदोलन कर रहे हैं। कोरोना काल में किसान विरोधी 3 अध्यादेश लाकर सरकार ने खुद किसान को सड़क पर आने के लिए मजबूर किया है”।
लाठी-गोली चलाकर सरकारों ने किसान को जब-जब किसान को दबाने की कोशिश की है, किसान अपने आत्मसम्मान के लिए लड़ा है। पीपली रैली में जा रहे किसानों से हुई बर्बरता सरकार की कायरता दिखाती है। किसान को अध्यादेश नहीं, C2 पर MSP चाहिये।
वक्त है संभल जाओ, किसान जागा तो आपको सोने नहीं देगा।— Bhupinder S Hooda (@BhupinderSHooda) September 10, 2020
दरअसल केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन अध्यादेशों के खिलाफ विरोध करने के लिए किसान पिपली में किसान बचाओ मंडी बचाओ रैली में एकत्रित होने के लिए अलग-अलग जिलों से आ रहे थे, रास्ते में ही किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने उन निहत्थे किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। जिसके बाद पूरे प्रदेश की राजनीति गरमा गई।
किसानों पर हुए लाठी चार्ज की निंदा करते हुए आईएनडीएलडी के महासचिव और विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि ” किसान शांतिपूर्वक अपना प्रदर्शन करने आए थे, न कि कोई हिंसा करने आए थे। सरकार द्वारा किसानों, आढ़तियों एवं मजदूरों को प्रदर्शन करने से रोकना उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन है। सरकार पहले से ही किसानों को आर्थिक रूप से बर्बाद करने पर तुली है और अब लाठीचार्ज करके शारीरिक यातनाएं दे रही है। प्रदेश की भाजपा सरकार का ये तानाशाही रवैया बेहद शर्मनाक एवं निंदनीय है”।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि “खट्टर सरकार ये जान ले, पुलिसिया दमन से मंडी व्यापारियों-आढ़तियों की ये जबरन धर-पकड़ ना तो आवाज दबा पाएगी और न ही रोक पाएगी और किसान-आढ़ती-मज़दूर का कारवां चलता रहेगा”।
हरियाणा की अगर हम बात करें तो प्रदेश की जीडीपी में ज्यादातर हिस्सा कृषि क्षेत्र से आता है। प्रदेश की बीजेपी सरकार खेती करने वाले किसानों पर लाठीचार्ज करवा रही है। अगर इसी तरह चलता रहा तो आने वाले विधान सभा चुनाव में बीजेपी को प्रदेश से बाहर का रास्ता ढूंढ़ लेना चाहिए। क्योंकि हरियाणा के 70 प्रतिशत लोग खेती से ही अपनी जीविका चलाते हैं।