देश में नए साल के साथ ही महिलाओं का नया संघर्ष भी शुरू हो गया है। ‘सुल्ली डील्स’ के जरिए एक बार फिर से प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं को इंटरनेट पर टारगेट किया जाने लगा है।1 जनवरी को ‘बुल्ली बाई’ नाम के एक ऐप पर करीब 100 से ज्यादा मुस्लिम महिलाओं की फोटो बिना सहमति के अपलोड कर दी गईं। इस ऐप में इन महिलाओं की फोटो लगाए जाने से भारी विवाद शुरू हो गया है। इस मामले में अभी तक पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
‘बुल्ली बाई’ ऐप मामले में आज दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने नीरज विश्नोई को गिरफ्तार किया है। वह असम के जोरहाट के दिगंबर इलाके का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक, इसी ने गिटहब पर ‘बुल्ली बाई’ नाम के ऐप बनाया था। यही मुख्य ट्विटर अकाउंट होल्डर भी था। इससे पहले 5 जनवरी को उत्तराखण्ड से ही मयंक रावत नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया है। 4 जनवरी को पुलिस ने उत्तराखंड से श्वेता सिंह और बेंगलुरू से इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा को गिरफ्तार किया था।
'Bulli Bai' app case: Main conspirator arrested by Delhi Police’s IFSO special cell from Assam pic.twitter.com/4IKBiBKC8d
— ANI (@ANI) January 6, 2022
पुलिस ने मायक रावत को उत्तराखंड की एक अदालत में पेश किया और वहां से उसे पांच दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लिया है।पुलिस के मुताबिक़ मयंक रावत, श्वेता सिंह और विशाल कुमार झा के साथ संपर्क में था। तीनों मिलकर ही मुस्लिम महिलाओं की फोटो को एडिट करते थे और उसे ‘बुली बाई’ ऐप पर डालते थे।
Three people have been arrested in the 'Bulli Bai' app case, including Vishal Kumar Jha and Shweta Singh. The third accused is Shweta's friend. Some more people could be involved in this matter: Mumbai Police Commissioner Hemant Nagrale pic.twitter.com/rAq3eN4FDv
— ANI (@ANI) January 5, 2022
मुंबई के पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया है कि ‘बुली बाई’ ऐप मामले में हमने बेंगलुरु से कुमार विशाल झा, उत्तराखंड से 18 वर्षीय श्वेता सिंह को गिरफ़्तार किया। हमने उत्तराखंड से आज एक और आरोपी मयंक रावत को गिरफ़्तार किया है।”
महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक, इन सब को ‘बुल्ली बाई’ ऐप मामले में गिरफ्तार किया गया है। ये अपराधी ‘बुल्ली बाई’ ऐप के माध्यम से नीलामी करते थे। जिसमे मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट की जाती थी। इसका उद्देश्य केवल महिलाओं को धृणा पैदा करना था। मामले में शामिल महिलाएं अपनी बात खुल कर सोशल मीडिया पर रखती थी। मामला सामने आने के बाद से विवाद शुरू हो गया। और इसकी शिकायत की गई। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी मुंबई पुलिस की साइबर शाखा में एक शिकायत की थी।
जिसके बाद महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी ने बताया है कि ‘संदिग्धों के बारे में सीमित जानकारी होने के बावजूद लगातार तीन रात की गई कार्रवाई से बड़ी सफलता मिली है। वहीं, उत्तराखंड एवं बेंगलुरू जाने की त्वरित पहल ने संवेदनशील मामले को तेजी से सुलझाने में मुंबई साइबर पुलिस की मदद की।
वहीं आज मुंबई पुलिस ने श्वेता और विशाल का सामना कराया। दोनों एक दूसरे को सोशल मीडिया साइट्स के जरिए जानते थे।अब मयंक रावल का भी सामना श्वेता और विशाल से कराया जायेगा। अभी इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती है।’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस पूरे मामले में मास्टरमाइंड बताई जा रही श्वेता सिंह कोरोना से अपने पिता और कैंसर से अपनी मां को खो चुकी हैं। श्वेता की एक बड़ी बहन है जो कॉमर्स ग्रेजुएट है। वहीं श्वेता के छोटे भाई-बहन स्कूल में पढ़ाई करते हैं।
श्वेता खुद इंजीनियरिंग एंट्रेस एग्जाम की तैयारी कर रही है। श्वेता के उम्र को लेकर सोशल मीडिया पर लोग हैरान हो रहे हैं। कुछ लोग इस बात से ताज्जुब कर रहे हैं कि कैसे एक 18 साल की लड़की के मन में एक समुदाय की महिलाओं के प्रति इतनी नफरत हो सकती है। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो उसकी उम्र और उसके मां-बाप के न होने की बात सुनकर उससे सिम्पथी कर रहे हैं। ऐसे लोगों में मशहूर गीतकार जावेद अख्तर भी शामिल हैं।
If “ bully bai” was really masterminded by an 18 year old girl who has recently lost her parents to cancer n Corona I think the women or some of them meet her and like kind elders make her understand that why what ever she did was wrong . Show her compassion and forgive her .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) January 5, 2022
भावुक होते हुए जावेद अख्तर ने ट्वीट लिखा है कि‘ बुली बाई’ ऐप की मास्टरमाइंड सच में 18 साल की लड़की है, जिसके माता-पिता की कैंसर और कोरोना से मौत हो गई थी तो उससे लोगों को मिलना चाहिए और बड़ों की तरह समझाना चाहिए कि उसने जो कुछ किया वो गलत था। दया दिखाते हुए माफ़ कर देना चाहिए। ’
बुल्ली बाई’ ऐप क्या है?
‘सुल्ली डील्स’ की तरह ‘बुल्ली बाई’ ऐप भी गिट हब होस्टिंग प्लेटफॉर्म पर बनाया और इस्तेमाल किया गया है। यह ऐप बिलकुल ”सुल्ली डील्स’ की तरह ही काम करता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,इस ऐप को ओपन करते ही मुस्लिम महिलाओं की नीलामी की तस्वीर सामने आती है। इस ऐप को 1 जनवरी को लॉन्च किया गया था।इसमें अपमानजनक कंटेंट के साथ पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं की कई तस्वीरें थीं।
‘बुल्ली बाई’ का मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कई चर्चित महिलाओं ने अपनी फोटो बुल्ली बाई ऐप अपलोड किए जाने का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। द वायर की पत्रकार इस्मत आरा ने भी अपनी स्क्रीनशॉट शेयर किया। उन्होंने इस मामले की शिकायत दिल्ली पुलिस में दर्ज कराई है। दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि वह इस मामले की जांच कर रहा है।