अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च रविवार को है। यह दिवस महिलाओं को उनके मेहनत को सम्मान दिलाने के लिए मनाया जाता है। इस साल 109वां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। इस बार इसकी थीम है ‘#EachforEqual’ है। इस बीच महिलाओं के लिए बड़ी खबर आई है। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) ने एक्वा लाइन के दो मेट्रो स्टेशनों को पिंक स्टेशन घोषित करने का ऐलान किया है।
8 मार्च को एक्वा लाइन के दो मेट्रो स्टेशन मतलब सेक्टर 76 मेट्रो स्टेशन और परी चौक मेट्रो स्टेशन को पिंक स्टेशन नाम दिया जाएगा। ये छोटी बात नहीं है कि ये दो स्टेशन महिलाओं को समर्पित की जा रही है। इतना ही नहीं इन दोनों मेट्रो स्टेशनों की कमान भी महिलाओं के हाथों में होगी। इस रूट पर बने पिंक स्टेशन की सभी स्टाफ महिलाएं होंगी।
पिंक रंग का स्टेशन होने की वजह से मेट्रो स्टेशन को दूर से ही पहचान की जा सकेगी। पिंक मेट्रो स्टेशन महिलाओं को सिर्फ समर्पित ही नहीं की गई है बल्कि ये महिलाओं से जुड़ी सुविधाओं से लैस भी होगी। फीडिंग रूम, मेकअप रूम, चेंजिंग रूम, सेनेटरी नैपकिन, डायपर, सहित कई सुविधाओं से लैस होगा। इसके अलावा एक्वा मेट्रो रूट के सभी 21 स्टेशनों पर सेनेटरी नैपकिन फ्री मिलेगा। साथ ही सेनेटरी पैड्स के लिए वेंडिंग मशीनें 21 स्टेशनों पर लगाई जाएंगी।
मेट्रो स्टेशन पर महिला यात्री टोकन लेकर मुफ्त वेंडिंग मशीन का इस्तेमाल कर सकेंगी। इसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। इन स्टेशनों पर वेंडिंग मशीन की सुविधाएं 8 मार्च से शुरू होगी। मेट्रो संस्था यह फैसला महिलाओं में मेंस्ट्रुअल हाइजीन को बढ़ावा और जागरूकता के लिए की है। इसकी मुहिम को ‘रियल ऐस्टेट ग्रुप एसीईन’ चलाएगा। इस समूह का एक ग्रुप एसीई स्टूडियो महिलाओं के लिए सालभर का खर्च उठाएगी।
हर महिला को पीरियड होती है। ये बायोलॉजिकल प्रक्रिया है। लेकिन पीरियड्स को लेकर लोगों की मानसिकता अब भी गलत है। इसी मानसिकता को
बदलने के लिए ये सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की एमडी रितु महेश्वरी दोनों स्टेशनों का लोकार्पण 8 मार्च को करेंगी।
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस?
ये बात है 1908 ई की। न्यूयॉर्क शहर में महिलाओं ने मजदूर यूनियन शुरू की थी। जहां 15 हजार औरतों ने मार्च निकाली। जिसमें उन्होंने नौकरी में कम घंटों की मांग की थी। इसके अलावा बेहतर वेतन और मतदान करने का अधिकार की मांग भी रखी।
ब्रिटैनिका की रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त तो पुलिस ने पूरी ताकत से उस प्रदर्शन को कुचल दिया। फिर कई सालों के बाद उन्हीं महिलाओं ने फिर से पूरी ताकत लगा दी। और कामयाब हुईं। उसके बाद सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने 1909 में पहले राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया। यह क्रम कई साल तक चला।
ठीक एक साल बाद सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमरीका ने इस दिन को पहला राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित कर दिया। इसे आधिकारिक मान्यता साल 1975 में मिली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पहली थीम थी-सेलीब्रेटिंग द पास्ट, प्लानिंग फॉर द फ्यूचर।
उस समय रूस में जूलियन कैलेंडर का प्रयोग होता था। जिस दिन महिलाओं ने यह हड़ताल शुरू की थी वो तारीख 23 फरवरी थी। ग्रेगेरियन कैलेंडर में यह दिन 8 मार्च था और उसी के बाद से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाने लगा।