कानपुर में शातिर अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गए 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। मुठभेड़ में सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा, एसओ शिवराजपुर महेश यादव सहित एक सब इंस्पेक्टर और 5 जवान मारे गए। इस घटना को लेकर विपक्षी दल ने योगी सरकार पर हमला बोला है।
अखिलेश यादव ने कहा है कि घटना योगी सरकार के एनकाउंटर के ड्रामे के कारण हुई। दूसरी तरफ मायावती ने इस घटना को शर्मनाक बताया है। जहां समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार को रोगी सरकार बताया है। वहीं प्रियंका गांधी ने इस घटना को भयावह बताया है।
रोगी सरकार का हत्या राज्य
समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक अकाउंट पर लिखा, “रोगी सरकार’ के जंगलराज में ‘हत्या प्रदेश’ बने यूपी के कानपुर में दबिश के दौरान सत्ता संरक्षित अपराधियों द्वारा हमले में CO समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद, अत्यंत दुखद! आत्मा को शांति दे भगवान! शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना! 1-1 करोड़ ₹ मुआवजे का हो ऐलान। सत्ता कनेक्शन का हो पर्दाफाश!”
'रोगी सरकार' के जंगलराज में 'हत्या प्रदेश' बने उप्र के कानपुर में दबिश के दौरान सत्ता संरक्षित अपराधियों द्वारा हमले में…
Posted by Samajwadi Party on Thursday, 2 July 2020
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, “कानपुर में दुखद घटना में 8 पुलिसकर्मियों की शहादत को श्रद्धांजलि! उत्तर प्रदेश की आपराधिक दुनिया की इस सबसे शर्मनाक घटना में, पुलिसकर्मियों के कर्तव्य को अधिकारियों और अपराधियों की मिलीभगत का खामियाजा भुगतना पड़ता है, वर्तमान शक्ति का दोषियों को ज़िंदा पकड़कर नष्ट किया जाना चाहिए।”
कानपुर की दुखद घटना में पुलिस के 8 वीरों की शहादत को श्रद्धांजलि!
उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है.
अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 3, 2020
पोल खुलने का डर
अखिलेश यादव ने एक और ट्वीट किया और इस घटना को योगी सरकार के ड्रामे का नतीजा बताया, “यूपी की बीजेपी सरकार अपनी पोल खुलने के डर से मुख्य अपराधी को जल्दबाजी में न पकड़कर छोटे-मोटे एनकाउंटर दिखाने का नाटक कर रही है।” इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ेगा और पुलिस की नाराजगी भी बढ़ेगी। सरकार को तुरंत मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए और परिवार को हर संभव सुरक्षा देनी चाहिए।
उप्र की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फ़ानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा.
सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे व परिजनों को हर संभव संरक्षण दे.
निंदनीय!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 3, 2020
अपराधी निडर
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा, “बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें यूपी पुलिस के सीओ, एसओ समेत 8 जवान शहीद हो गए। यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। यूपी में कानून-व्यवस्था बिगड़ गई है, अपराधी निडर हैं। जनता और पुलिस सुरक्षित नहीं है। कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी खुद सीएम के पास है। ऐसी भयानक घटना के बाद उन्हें सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इसमें कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए।”
…आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है।
कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 3, 2020
दुर्भाग्यपूर्ण घटना
मायावती ने ट्विटर पर लिखा, ‘घटना बहुत दुखद, शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। यह स्पष्ट है कि यूपी सरकार को अधिक चुस्त और दुरुस्त रहने की जरूरत है, खासकर कानून व्यवस्था के मामले में। इस सनसनीखेज घटना के लिए, अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ना चाहिए, भले ही इसके लिए एक विशेष अभियान चलाने की आवश्यकता हो। सरकार मृतक पुलिस के परिवार को उचित पूर्व अनुग्रह राशि के साथ-साथ परिवार के किसी भी सदस्य को नौकरी प्रदान करे, यह बीएसपी की मांग है।
1. कानपूर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़न्त में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण। स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) July 3, 2020