कोरोना महामारी के चलते पिछले दो सालों से पूरी दुनिया की जंग जारी है। इस महामारी के आगोश में अब तक लाखों लोग आ चुके हैं । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ी है। इसको देखते हुए येलो अलर्ट और उसके बाद वीकेंड कर्फ्यू लगाया गया है। इस घातक संक्रमण की चपेट ने अब देश की संसद को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इसके चलते आशंका जताई जा रही है कि एक फरवरी को जारी होने वाला बजट सत्र कोरोना की भेंट चढ़ सकता है।
दरअसल ,दिल्ली में कोरोना से संक्रमित लोगों में लोकसभा और राज्यसभा के 400 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। सत्र शुरू होने से पहले हालात पर काबू पाने के लिए राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू और लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने कई दिशा निर्देश जारी किए हैं।
कोरोना महामारी के प्रसार के बाद नायडू और बिरला ने ज्यादातर कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था कर दी है। अधिकारियों को भी प्रत्यक्ष उपस्थिति वाली बैठकों से दूर रहने का निर्देश दिया गया है।
लोकसभा सचिवालय सूत्रों के मुताबिक जांच के लिए 800 नमूने लिए गए थे। इनमें से 400 से अधिक नमूने की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इनमें आधे से अधिक लोकसभा के कर्मचारी हैं। वहीं राज्यसभा के 65 और अन्य सेवाओं के करीब 150 कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं।