जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में भी जोशीमठ जैसा संकट सामने आया है। जिले के एक गांव में भूस्खलन हो रहा है, जिससे इमारतों में दरारें नजर आ रही हैं। सिस्टम वर्तमान में डोडा क्षेत्र में रहने वाले प्रभावित परिवारों को निकाल रहा है और लोगों को उनके घरों से सुरक्षित स्थानों पर भेज रहा है। अब तक 19 घरों, 1 मस्जिद और 1 मदरसे को खाली कराया गया है। स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। घटना के कारणों की जांच के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की एक टीम भी पहुंच गई है।
नई बस्ती गांव के घरों में दरारें
डोडा शहर से 35 किमी दूर किश्तवाड़-बटोटे राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नई बस्ती गांव में घरों की दीवारों में दरारें आ रही हैं। डोडा के डीएम अतहर अमीन जरगर के मुताबिक, डोडा जिले के नई बस्ती गांव में 3 फरवरी, शुक्रवार को घरों में दरार पड़ने की घटना हुई थी। दरार कैसे आई इसकी जांच की जा रही है। अब तक 19 घरों में दरारें मिली हैं।
19 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर किया शिफ्ट
अधिकारियों ने बताया कि दरार के बाद अब तक 19 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। गांव में एक मदरसा और एक मस्जिद को भी असुरक्षित घोषित कर दिया गया है। दो महीने पहले गांव के कुछ घरों में दरारें आनी शुरू हुई थीं, लेकिन भूस्खलन ने हालात और खराब कर दिए।
सूचना मिलने के बाद उपायुक्त व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गांव का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। कई परिवारों को अब शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जबकि कई अपने रिश्तेदारों के घर पहुंच गए हैं।
जांच दल का गठन
घटना की जांच की गई है और एक टीम गठित की गई है। घटना की जांच के लिए एक राष्ट्रीय राजमार्ग भूवैज्ञानिक को भी भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की योजना बनेगी।