देश और दुनिया में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए भारत के साथ मिलकर रैपिड जांच किट विकसित कर रही इजराइली अनुसंधानकर्ताओं की उच्च स्तरीय टीम भारत पहुंच गई है। जो कोरोना वायरस संक्रमण का तेजी से पता लगाने के लिए विकसित की गई,तकनीक को अंतिम चरण में इसका प्रयोग करेगी। भारत और इजराइल के इस अभियान को ऑपरेशन ब्रेथिंग स्पेस नाम दिया गया है।
इजराइल के रक्षा एवं विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत और इजराइल के बीच इस इस सहयोग के तहत इजराइली प्रतिनिधिमंडल दस दिन में हजारों नमूने एकत्र करेगा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के आधार पर कंप्यूटर प्रणाली का प्रयोग कर इन नमूनों का विश्लेषण करेगा।
इजराइली अनुसंधानकर्ताओं के साथ विशेष विमान से दर्जनों वेंटिलेटर भी भारत में लाए गए हैं।भारत और इजराइल के इस अभियान को ऑपरेशन ब्रेथिंग स्पेस नाम दिया गया है। इजरायल के राजदूत रोन मलका ने कहा कि अगर जांच किट विकसित हो जाती है तो यह चंद सेकेंड में रिपोर्ट दे देगी और यह कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
इजराइली दूतावास ने कहा कि इजराइली रक्षा मंत्रालय की अनुसंधान एवं विकास टीम कोविड-19 रैपिड जांच किट विकसित करने के लिए भारत के मुख्य वैज्ञानिक के. विजय राघवन और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ मिलकर काम कर रही है। इसके जांच परिणाम 30 सेकेंड से कम समय में आ सकते हैं।