नई दिल्ली। देश में समय-समय पर घोटाले होते रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों के दौरान विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चैकसे सरीो लोग बैंकों को करोड़ों रूपये का चूना लगाकर विदेश चले गए। इन्हें भारत लाने के प्रयास तो सफल नहीं हो पाए, लेकिन इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नीरव मोदी और मेहुल चैकसे की फर्मों से जुड़ी। 1350 करोड़ रूपए के हीरे-मोती और आभूषणों को भारत लाया है।
विजय माल्या ने कम से कम 17 बैंकों को चूना लगाकर 9400 करोड़ का घोटाला किया। नीरव मोदी- मेहुल चैकसे ने भी 14 हजार करोड़ का बैंक को चूना लगाया। मेहुल चैकसे भी 14 हजार करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का आरोपी है। फरवरी 2018 में पीएनबी घोटाले के खुलासे से पहले ही वह विदेश भाग गया था। जनवरी 2017 में एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी। प्रवर्तन निदेशालय ईडी बुधवार 10 जून को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से संबंधित फर्मों के 1,350 करोड़ रुपए मूल्य के 2,300 किलोग्राम से अधिक तराशे हुए हीरे और मोती हांगकांग से वापस लेकर आया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
डाॅलर की कथित बैंक धोखाधड़ी के सिलसिले में मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम के तहत जांच कर रही है। एजेंसी ने बताया कि इन कीमती सामानों में पाॅलिश किए गए हीरे- मोती और चांदी के आभूषण शामिल हैं और इनकी कीमत 1,350 करोड़ रुपए है।