बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज
अन्य राजनीतिक दल लगातार इस बात की मांग भी उठा रहे हैं कि बीजेपी को कुलदीप सेंगर को बर्खास्त करना चाहिए. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा पहले भी उन्नाव की पीड़िता के साथ थी और अब भी है। वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी ने भी ट्वीट करके कई सवाल उठाए थे।
कुलदीप सिंह सेंगर पर उन्नाव रेप पीड़िता की मां ने एक्सीडेंट करवा कर हत्या करवाने का आरोप लगाया है। पीड़िता की मां ने कहा है कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर लगातार हत्या करवाने की धमकी देता था,हर बार वह कचहरी में जान से मारने की धमकी देता था। उसके गुर्गे हर तरफ फैले हुए हैं जो लगातार डर का माहौल बना रहे हैं. फिलहाल कुलदीप सेंगर इस समय जेल में बंद है लेकिन पीड़िता की मां का कहना है कि कुलदीप सेंगर लगातार अपना नेटवर्क जेल से चलाता है।
अन्य राजनीतिक दल लगातार इस बात की मांग भी उठा रहे हैं कि बीजेपी को कुलदीप सेंगर को बर्खास्त करना चाहिए. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा पहले भी उन्नाव की पीड़िता के साथ थी और अब भी है। वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी ने भी ट्वीट करके कई सवाल उठाए थे।
कुलदीप सिंह सेंगर पर उन्नाव रेप पीड़िता की मां ने एक्सीडेंट करवा कर हत्या करवाने का आरोप लगाया है। पीड़िता की मां ने कहा है कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर लगातार हत्या करवाने की धमकी देता था,हर बार वह कचहरी में जान से मारने की धमकी देता था। उसके गुर्गे हर तरफ फैले हुए हैं जो लगातार डर का माहौल बना रहे हैं. फिलहाल कुलदीप सेंगर इस समय जेल में बंद है लेकिन पीड़िता की मां का कहना है कि कुलदीप सेंगर लगातार अपना नेटवर्क जेल से चलाता है।
गौरतलब है की उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर उन्नाव की एक किशोरी ने रेप का आरोप लगाया था। बता दें कि कुलदीप सेंगर बांगरमऊ से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक है। सेंगर उन्नाव के चर्चित दुष्कर्म मामले के आरोपी है। कुलदीप उन्नाव के अलग-अलग विधानसभा सीटों से चार बार से लगातार विधायक रह चुके है । इस मामले में पीड़िता ने आरोपी विधायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से नाराज होकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश की थी। इसके दो दिन बाद ही विधायक के भाई अतुल सिंह की पिटाई से घायल पीड़िता के पिता की उन्नाव जेल में ही मौत हो गई थी। इस मामले में भी पुलिस दबाव में कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। पर, पीड़िता के पिता की मौत के बाद इस मामले ने इस तरह से तूल पकड़ा कि राजनीतिक गलियारों में भूचाल आ गया। इसके बाद आनन फानन सरकार सख्त हो गई और विधायक के भाई अतुल सिंह व उसके सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोप है की अतुल ने ही माखी थाने की पुलिस से साठगांठ कर पिता को पीटा भी था और फिर उन्हें ही फर्जी मामले में जेल भिजवा दिया था। इस मामले में चारों से घिरने के बाद सरकार को सीबीआई जांच की सिफारिश करने पर मजबूर होना पड़ा। किसी तरह इसकी जांच सीबीआई को दी गई। सीबीआई ने मुकदमा दर्ज करते ही विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसमें सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी लगा दी थी। हाल में ही हुयी घटना पर परिवारजनों द्वारा आशंका जताई गयी है की इस हादसे में पुरे परिवार की हत्या की साजिश रची गयी थी। रायबरेली पुलिस द्वारा उन्नाव पुलिस को यह भी जानकारी दी गयी है कि ट्रक का ड्राइवर आशीष पाल पहले मौके से भाग निकला था। पर, बाद में वह घटनास्थल पर फिर आया। तभी लोगों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने जब ड्राइवरी से इस बारे में पूछा तो उसने संतोष जनक जवाब नहीं दिया गया । आईजी एसके भगत का कहना है कि रायबरेली एसपी से कहा गया है कि वह हर बिन्दु पर ठीक से जांच कर अपनी रिपोर्ट दें।