अभी तक आपने खाकी का खौफ देखा है। पुलिस के हाथ में डंडे देखे हैं और उनके मुंह से डांट-डपट सुनी है। लेकिन यह शायद पहली बार है कि जो लोग दिल्ली पुलिस को खूंखार और भयंकर तथा खतरनाक कहते थे वह अब दयालु और परोपकारी पुलिस कह रहे हैं।
देखा जाए तो दिल्ली पुलिस ने कोरोना महामारी में दूसरे रूप में अवतार लिया है। दिल्ली पुलिस की नजफगढ थाना की पुलिस के हाथों में अब डंडे नहीं बल्कि खाने के पैकेट होते हैं और चेहरे पर लगाने के लिए मास्क होते हैं। इसी के साथ ही नजफगढ पुलिस खाने से लेकर दवाई तक लोगों के लिए फ्री सप्लाई कर रही है। दिल्ली पुलिस के नजफगढ थाना पुलिस ने ऐसी पहल करके खाकी को नई पहचान दी है।
गौरतलब है कि जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है तब से लेकर अभी तक भी नजफगढ थाने में चल रहा लंगर नहीं रुका है। यहां 1500 से लेकर 2000 लोगों का खाना रोजाना बनाया जाता है। ज्यादातर मजदूरों की लाइन नजफगढ थाने के सामने लगी रहती है। इसके साथ ही नजफगढ पुलिस गाड़ियों में खाने के पैकेट भर कर बेघर, बेसहारा खासकर प्रवासी मजदूरों को बांट रही है ।
इसी के साथ ही पुलिस लोगों के हाथ सैनिटाइजर से धुलवा रही है और उनके मुंह पर मास्क लगा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि खाना कोई हलवाई नहीं बना रहा है बल्कि दिल्ली पुलिस की महिला टीम खाना बनाने में जुटी है।
इस थाने में खाना भी देसी घी का बनाया जा रहा है। इसी के साथ ही दिल्ली पुलिस के नजफगढ थाने में जो खाना बनाया जा रहा है वह ऐसे मसाले से बनाया जा रहा है जिससे इम्यूनिटी पावर बढ़ रही है।
दिल्ली पुलिस के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी कर चुके हैं। इसी के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी चैंपियन बबीता फोगाट और देसी डांसर सपना चौधरी भी थाने में आकर खाना बना चुकी हैं। सपना चौधरी और बबीता फोगाट का थाने में आकर खाना बनाना महिला पुलिस कर्मियों के लिए प्रेरणा का काम कर गया।
भारत की स्टार महिला पहलवान और भारतीय जनता पार्टी की नेता बबीता फोगाट दिल्ली के नजफगढ़ थाने पहुंची थी। इस दौरान बबीता ने वहां तैनात महिला पुलिसकर्मियों से मुलाकात की और जरूरतमंद लोगों के लिए खाना बनाने में उनकी मदद भी की। बबीता फोगाट ने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए खास मेसेज भी लिखा।
उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि आज पुलिस थाने में महिला पुलिसकर्मी बहनों के साथ मिलकर खाना बनाने में और जरूरतमंद लोगों में बांटने मैं उनका सहयोग किया। गर्मी में भी जिस उत्साह के साथ मेरी बहन दिन-रात जरूरतमंदों की सेवा में जुटी हैं। मेरे पास इन बहनों का धन्यवाद करने के लिए शब्द नहीं हैं। बहनों को सेल्यूट करती हूं।