कांग्रेस-भाजपा में चीन के मुद्दे पर शुरू हुई बहस अब वंशवाद और भ्रष्टाचार के आरोपों तक पहुंच गई है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लगातार दूसरे दिन गांधी परिवार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यूपीए के समय प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड का पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन को दिया गया था। सोनिया पीएमएनआरएफ के बोर्ड में भी थीं और आरजीएफ की अध्यक्ष भी थीं।
PMNRF, meant to help people in distress, was donating money to Rajiv Gandhi Foundation in UPA years.
Who sat on the PMNRF board? Smt. Sonia Gandhi
Who chairs RGF? Smt. Sonia Gandhi.
Totally reprehensible, disregarding ethics, processes and not bothering about transparency. pic.twitter.com/tttDP4S6bY
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 26, 2020
नड्डा ने कहा कि देश के लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई पीएमएनआरएफ में इसलिए दान दी थी, ताकि जरूरत के वक्त जनता की मदद की जा सके। इस फंड की रकम को एक परिवार के फाउंडेशन में डायवर्ट करना ना सिर्फ फ्रॉड है, बल्कि देश की जनता से धोखा भी है। उन्होंने कहा ने कहा है कि एक परिवार की दौलत की भूख की वजह से देश को बड़ा नुकसान हुआ। अपने फायदे के लिए की गई इस बेरोकटोक लूट पर कांग्रेस के राजवंश को माफी मांगनी चाहिए।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए 21 जून 1991 को सोनिया गांधी ने इसकी शुरुआत की थी। फाउंडेशन 2010 से एजुकेशन को बढ़ावा देने पर ज्यादा फोकस कर रही है। इसका कामकाज डोनेशन से मिलने वाली रकम से चलता है। सोनिया इसकी चेयरपर्सन हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पी. चिदंबरम ट्रस्टी हैं।
प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड जनता के पैसे से जनता की मदद के लिए बनाया गया था। इसका मैनेजमेंट सरकार के हाथों में रहता है। इसकी रकम से बाढ़, तूफान और भूकंप जैसी आपदाओं में मारे जाने वाले लोगों के परिवारों की मदद की जाती है। हार्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट और कैंसर के इलाज के लिए भी जरूरतमंदों को आर्थिक मदद दी जाती है। इस फंड में कोई भी इंडिविजुअल, ऑर्गेनाइजेशन, ट्रस्ट, कंपनी या इंस्टीट्यूशन दान दे सकता है। दान की रकम पर इनकम टैक्स में छूट मिलती है।