महाराष्ट्र के सियासी उलटफेर पर कांग्रेस सुबह से लगतार बीजेपी पर हमला बोल रही है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इशारों-इशारों में अजित पवार पर तंज कसा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ईडी ने कुछ महीने पहले ही 25000 करोड़ के कथित मनी लॉन्डरिंग केस में अजित पवार के खिलाफ केस दर्ज किया था। ऐसे मामलों को बंद कराने का ये आसान तरीका है। वहीं, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस ने कहा कि सरकार बनाने के लिए नियमों का पालन नहीं किया गया। समर्थन का वेरीफिकेशन भी नहीं हुआ। कांग्रेस ने दावा किया कि पार्टी के विधायक मजबूत हैं और बीजेपी को हराने के लिए मजबूती के साथ तैयार खड़े हैं। कहा कि बीजेपी ने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दीं।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ट नेता अहमद पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ना बैंड, ना बाजा, ना बारात और सीएम और डिप्टी सीएम ने शपथ ले ली। ये घटना काली स्याही से लिखी जाएगी। बिना किसी जांच के शपथ दिलाई गई है। कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है। अहमद पटेल ने कहा कि बेशर्मी की सारी सीमाएं पार दी गई हैं।एनसीपी के कुछ लोगों ने लिस्ट दी, जिसके वजह से ये घटना घटी है। अहमद पटेल ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए तीनों दल साथ आए थे। हम तीन आज भी एकजुट हैं। कांग्रेस के सभी विधायक एक साथ हैं। हमारी तरफ से कोई देरी नहीं की गई है। कांग्रेस पर ये जो आरोप लगाया जा रहा है वो निराधार है। अहमद पटेल ने कहा हां, कुछ मुद्दों पर सहमति में वक्त लगा है।
वही एनसीपी पमुख शरद पवार का कहना है कि अजित पवार के साथ 11 विधायक गए थे। इसमें दो विधायक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए हैं। खैर हमारे पास नंबर है और सरकार तो हम ही बनाएंगे। रहा सवाल अजित पवार पर एक्शन का तो वो पार्टी की अनुशासनात्मक कमेटी लेगी। शरद पवार ने दावा किया देवेंद्र फडणवीस बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे। हम सब एकजुट हैं। अजित पवार के पास जो चिट्ठी थी उसमें सभी 54 विधायक हस्ताक्षर थे। शरद पवार ने कहा कि आज शाम की बैठक में आगे का फैसला तय होगा। हम जो निर्णय लेंगे, वो शिवसेना की सहमति के बिना नहीं लेंगे। मुझे कोई चिंता नहीं है पहले भी मेरे साथ ऐसा हो चुका है। हमें राज्यपाल ने 30 नवंबर तक का वक्त दिया है। हमारे पास नंबर है और हम ही सरकार बनाएंगे।