आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह अब योगी सरकार पर हमले पर हमले कर रहे हैं । पिछले करीब 6 माह से वह उत्तर प्रदेश सरकार की कारगुजारियों को उजागर करने के साथ ही प्रदेश सरकार की घेराबंदी करने में जुटे हुए हैं। हालांकि सांसद संजय सिंह उत्तर प्रदेश के ही निवासी हैं। लेकिन पिछले कई सालों से वह आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार में सहयोगी के तौर पर काम कर रहे थे।
फिलहाल संजय सिंह उत्तर प्रदेश में मिशन 2024 को लेकर सक्रिय हैं। इसके तहत ही वह उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को घेरने के लिए चुन-चुन कर मुद्दे उठा रहे हैं। फिलहाल उन्होंने प्रदेश में जातिवाद के मुद्दे को उठाकर मुख्यमंत्री योगी को परेशानी में डाल दिया है। शायद यही वजह है कि प्रदेश सरकार अब राज्यसभा सांसद संजय सिंह के खिलाफ दमनकारी रवैया अपनाने पर उतर आई है । आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के खिलाफ उत्तर प्रदेश में 6 मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं । यही नहीं बल्कि उनके उत्तर प्रदेश के मुख्य कार्यालय लखनऊ को भी पुलिस द्वारा जबरन बंद करा दिया गया है।
गौरतलब है कि योगी सरकार में ठाकुरों को संरक्षण देने, अन्य जातियों की अनदेखी करने और पूरी सरकार को एक समुदाय के लिए काम करने का आरोप लगाने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी को घेरने वाले आप नेता संजय सिंह की कल लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ़्रेंस होनी थी। लेकिन इससे पहले ही आधी रात को पार्टी कार्यालय पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुँच गयी।
पुलिस अधिकारियों ने जिस किराए के भवन में आप का दफ्तर चलता है उसके मकान मालिक से पूछताछ की और कहा कि आवासीय भवन में कैसे पार्टी को दफ्तर बना दिया गया। मकान मालिक से कहा गया कि यहाँ प्रेस कॉन्फ़्रेंस कैसे की जाती है और क्या इसकी इजाज़त ली जाती है। सुबह मकान मालिक को दबाव में लेकर आप के दफ्तर में यूपी पुलिस ने ताला लटका दिया।
इसके बाद आप नेता संजय सिंह ने योगी सरकार पर सोशल मीडिया के जरिए हमला बोलने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी सुर्य प्रताप सिंह के घर पर प्रेस कांफ्रेंस की।
मुख्यमंत्री योगी जी ठाकुरों के लिए काम करें मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं, लेकिन बाकी जातियों के साथ अन्याय, अत्याचार क्यों हो रहा है ? – @SanjayAzadSln pic.twitter.com/4z6g2EFayA
— Prince (@PrinceAAP) August 16, 2020
आप के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय सिंह ने कहा कि योगी जी बचकाना खेल खेल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आप कार्यालय पर रात 12 बजे, फिर सुबह 8 बजे और 10 बजे पुलिस भेजकर कर मकान मालिक को धमकाया गया। उन्होंने कहा कि इतनी मेहनत अपराध रोकने में करते तो जनता का भला होता। संजय सिंह के अनुसार हम आम आदमी हैं, सड़क पर कार्यालय खोल लेंगे लेकिन यूपी के ‘जुल्मी सरकार’ को बेनकाब करते रहेंगे।
योगी जी क्या बचकाना खेल रहे,मेरे कार्यालय पर ताला डलवा दिया रात 12 बजे सुबह 8 बजे फिर 10 बजे पुलिस भेजकर मकान मालिक को धमकाया इतनी मेहनत अपराध रोकने में करते तो जनता का भला होता चिंता मत करो हम आम आदमी हैं सड़क पर कार्यालय खोल लेंगे लेकिन आपकी जुल्मी सरकार को बेनक़ाब करता रहूँगा
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 16, 2020
संजय सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह कर रहे हैं, ”इस वक्त मैं आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर हूं. पिछले कुछ दिनों से मैं लगातार योगी सरकार के खिलाफ सच बोलने की जो हिम्मत दिखा रहा हूं, जो लगातार इनके खिलाफ आवाज उठा रहा हूं, उसके कारण इन्होंने मकान मालिक पर दबाव बनाने की कोशिश की और हमारे पार्टी का कार्यालय बंद करवा दिया।”
आम आदमी पार्टी का दफ़्तर बंद कर सकते हैं योगी जी लेकिन सच की आवाज़ नही बंद हो सकती, आपके जुल्म ज़्यादती के ख़िलाफ़ बोलता रहा हूँ और बोलता रहूँगा । बचकाना खेल खेलना बंद करो, लखनऊ में हूँ गिरफ़्तार करो । pic.twitter.com/QbdSDsgYLc
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 16, 2020
दरअसल, संजय सिंह योगी सरकार के निशाने पर उस समय आ गयें जब 13 अगस्त को उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ ठाकुरों की सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले मैंने योगी जी से पूछा था कि यदि राम मंदिर के भूमि पूजन में यूपी की राज्यपाल को बुलाया गया था तो देश के राष्ट्रपति को क्यों नहीं बुलाय गया? क्या इसलिए नहीं बुलाया गया क्योंकि वे दलित हैं? यही नहीं बल्कि उन्होंने कहा कि जब से मैंने ये बोला है, मेरे पास पूरे प्रदेश से ढेरों फोन आ रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि योगी सरकार न केवल दलितों के खिलाफ है, बल्कि यह केवल ठाकुरों की सरकार है।
संजय सिंह ने कहा कि इनकी जो एसटीएफ है, लोग उसे स्पेशल ठाकुर फोर्स बोलते हैं। “स्पेशल ठाकुर फोर्स” लोगों को चुन-चुन कर मार रही है। योगी सरकार ने पूरे यूपी में जबरदस्त जातिवाद फैला दिया है । जहां ठाकुरों को छोड़कर बाक़ी सभी जातियों के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है। इसके बाद सांसद संजय सिंह के ख़िलाफ़ एक ही दिन में यूपी के लखीमपुर खीरी, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, बागपत, ग्रेटर नोएडा और संतकबीरनगर में छह मुक़दमे दर्ज कराए गए हैं। उन पर आरोप है कि वे राज्य की भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ बयानबाज़ी कर शांति भंग कर रहे हैं और प्रदेश में जातिवाद का भ्रम फैलाकर लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं।