केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर ने सोमवार के दिन यानि 22 फरवरी 2021 को आत्महत्या कर ली थी| उन्होंने आत्महत्या से पहले गुजराती में एक सुसाइड नोट भी लिखा छोड़ा था| जिससे लेकर राजनीती शुरू हो गयी हैं इस सूसाइड नॉट में कई बड़े अधिकारी और नेताओं के नाम शामिल हैं
58 वर्षीय मोहन देलकर 7 बार सांसद रहे हैं। वह 1989 से लेकर 2019 तक 7 बार सांसद रहे हैं। वर्ष 1989 में वे कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने थे। फिर 1996 में कांग्रेस के टिकट पर दूसरी बार सांसद बने। लेकिन वर्ष 1998 में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा और सांसद बने। जिसके बाद साल 1999 में उन्होंने निर्दलीय सांसद के रूप में कमान संभाली।वे 2004 ,2009,2014 व् 2019 तक निर्दलयी सांसद रहे हैं।
पुलिस ने सांसद की आत्महत्या के कारणों की जांच करनी शुरू कर दी है पुलिस को जांच में जो 15 पन्नो का सूसाइड नॉट मिला हैं उसमें कई बड़े नेता और एसपी, कलेक्टर और कई अधिकारी के नाम भी शामिल हैं| फिलहाल अभी पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है
सांसद की आत्महत्या को लेकर महाराष्ट्र में गरमाई राजनीती
सांसद मोहन डेलकर की आत्महत्या को लेकर अब राजनीति भी गरमा रही है महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि बीजेपी के दबाव और छल की वजह से मोहन डेलकर ने आत्महत्या की है डेलकर अपने चुनाव क्षेत्र में काम में बाधा पहुंचाए जाने और लगातार अपमानित किए जाने की वजह से काफी आहत थे| सावंत ने आरोप लगाया कि पुलिस को मिले सुसाइड नोट में बीजेपी के पूर्व विधायक प्रफुल्ल पटेल का नाम भी शामिल है| सचिन सावंत के मुताबिक 2019 के लोकसभा चुनाव की जीत के बाद मोहन डालकर ने उन पर हो रहे अन्याय का जिक्र किया था | डेलकर ने 5 जुलाई को टवीटर के जरिए एक वीडियो पेश कर अपने सांसद पद से इस्तीफे की पेशकश करते हुए बताया था उन पर और उनके समर्थकों को को कैसे झूठे केसों में फंसाया जा रहा है कैसे डेलकर को पुलिस और कुछ गुंडे उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे|
प्रफुल पटेल आखिर कौन है
वर्तमान में प्रफुल्ल पटेल दादरा नगर हवेली और दीव दमन के प्रशासक के तौर पर काम कर रहे हैं वह गुजरात के हिम्मतनगर से 2007 से 2012 तक विधायक रह चुके हैं वह गुजरात के गृह मंत्री भी रह चुके हैं और आरएसएस के करीबी माने जाते हैं
गृहमंत्री ने दिए जांच के आदेश
कांग्रेस ने महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख से इस मामले में जांच करने की मांग की हैं | गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले की जांच करने के आश्वासन भी दिया है उन्होंने कहा है कि इस मामले में जिनके भी नाम आएंगे किसी को बख्शा नहीं जाएगा| गृहमंत्री ने 4 अधिकारयों के टीम बना कर जांच करने के लिए भेजा हैं यह टीम सूसाइड नॉट में मिले उन सभी अधिकारयों व् नेता की भी जांच करेगी