वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बैंकों को लेकर बड़ी घोषणाएं की हैं। इस घोषणा के बाद सार्वजनिक बैंकों की संख्या अब घटकर 12 हो जाएगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की है कि पब्लिक सेक्टर के 10 बैंकों को कुल 55,250 करोड़ रुपये दिये जाएंगे।
इसमें से अकेले पंजाब नेशनल बैंक को 16,000 करोड़ रुपये मिलेंगे। साथ ही वित्त मंत्री ने 10 बैंकों के विलय की भी घोषणा की है। इन 10 बैंको के विलय से 4 बैंक बनेंगे। पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का एक में विलय होगा। इस तरह ये बैंक मिलकर देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनाएंगे और इनका बिजनेस 17.95 लाख करोड़ होगा।
इसी तरह यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक मिलकर एक बैंक का गठन होगा, जो देश का पांचवां सबसे बड़ा पीएसयू बैंक होगा। जिसका बिजनेस 14.59 लाख करोड़ होगा। सरकार ने यह कदम बैंक ऑपरेशन की लागत घटाने के लिए उठाया है।
इंडियन बैंक का विलय इलाहाबाद बैंक के साथ किया जाएगा और इस तरह यह देश का सातवां सबसे बड़ा पीएसयू बैंक बन जाएगा। इसका बिजनेस 8.08 लाख करोड़ होगा।
इस क्रम में केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का भी विलय किया जाएगा, जो देश का चौथा सबसे बड़ा पीएसयू बैंक होगा। इसका बिजनेस 15.20 लाख करोड़ होगा। सभी पीएसबी बिजनेस का 80 फीसदी इन बैंकों के पास होगा।
वित्त मंत्री ने इस अवसर पर विलय होने जा रहे इन दस बैंकों के कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि विलय के कारण उनकी नौकरी नहीं जाएगी।