भारत में लंबे समय तक बीबीसी के लिए काम कर चुके मार्क टली की पहचान एक लोकप्रिय और विश्वसनीय पत्रकार के तौर पर है। वे अपनी स्पष्ट बेबाकी और सटीक विश्लेषण के लिए भी जाने जाते हैं। उनका लिखा हुआ लोग बड़ी गंभीरता से लेते हैं। ऐसे में उनके नाम से सोशल मीडिया में भ्रामक बातें भी की जा रही है। जिससे मार्क टली को दुख हुआ और उन्हें खंडन के लिए भी आगे आना पड़ा।
सोशल मीडिया पर उनके नाम से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में कुछ ऐसी बातें वायरल हुईं जो दरअसल, मार्क टली ने कही ही नहीं हैं। मसलन एक पोस्ट इस तरह भी वायरल हुई कि “प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी अच्छा काम कर रहे हैं। उनके नेतृत्व वाली भाजपा सरकार देश में रहेगी तो एक दिन चांद पर भी तिरंगा होगा।लेकिन कहीं कांग्रेस आयेगी तो झंडे पर चांद होगा यह बात हमेशा याद रखना। ”
इसमें आगे लिखा है कि बीबीसी के विख्यात पत्रकार मार्क टुली नें अपनी नवीनतम किताब में लिखा है कि “मोदी इस देश के उस बड़े बरगद को उखाड़ कर गिरा रहे हैं, जिसमें वर्षों से विषैले कीड़े लगे हुए हैं। इसके लिए उन्हें लगातार महासंघर्ष करना होगा। मोदी ने देश में छुपे सारे जहरीले नागों के बिलों में एक साथ हाथ डाल दिया है, इसलिये ये नाग फुफकार रहे हैं। कांग्रेस, वामपंथ, जेहादी, नक्सली, मिशनरी सहित हर तरह के नागों को कांग्रेस नें अपने पास छुपाए रखा था। भारत भूमि को बर्बाद करने के लिए ,वो तो अच्छा हुआ कि मोदी सत्ता में आ गए और इन जहरीले नागों से देश को परिचित और सतर्क कर इन्हें बेनकाब कर दिया। वरना ये जहरीले नाग आने वाले समय में इस भारत और हिन्दुओं को निगल जाते और हमारी आने वाली पीढ़ियों के पास रोने के सिवाय कुछ नहीं बचता। मोदी को बहुत संघर्ष करना होगा और मोदी संघर्ष कर भी लेगा। देश वासियों को खासकर हिन्दुओं को मोदी के साथ डटकर खड़ा रहना होगा। क्योंकि मोदी ने ये जंग अपने लिए नहीं बल्कि देशवासी , आने वाली पीढ़ियों और भारत के उज्जवल भविष्य के लिए जंग छेड़ी हुई है।”
दावा किया जा रहा है कि यह सब प्रसिद्ध पत्रकार मार्क टली ने अपनी पुस्तक में लिखा है। जब इस भ्रामक दुष्प्रचार की जांच ऑल्ट न्यूज़ ने की तो पाया कि मार्क टली का लिखा गया लेख उनकी पुस्तक “फुल नो फुल स्टॉप इन इंडिया” में कहीं नहीं मिला । उसके बाद जब मार्क टली से संपर्क किया गया तो उन्होंने पुष्टि की कि यह तथाकथित लेख उनका नहीं है। उन्होंने कहा कि यह एक पुराने नकली की रिहाइश है जो अब वर्षों से प्रचलन में है। मैं किसी भी चीज के लिए आपका बहुत आभारी रहूंगा जो आपने यह बताया। उन्होंने आगे कहा कि यह पहली बार नहीं है कि मार्क टली नाम से गलत खबरें चलाई जा रही हों। इससे पहले जुलाई 2018 जब कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, उस वक्त भी गांधी परिवार को लेकर मार्क टली नाम से एक लेख प्रसारित किया गया था।